India News, (इंडिया न्यूज), Israel Embassy Blast: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास हुए धमाकों की जांच में पुलिस को बड़ा सुराग मिला है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ऐसा प्रतीत होता है कि बम विस्फोट टाइमर से किया गया है। दरअसल, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एनएसजी ने मौके से घड़ी का डायल और उसके कांटे बरामद किए हैं। स्पेशल सेल से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक, ये बेहद कम क्षमता वाले विस्फोटक थे।

स्पेशल सेल के एक सूत्र ने बताया कि साल 2021 में जिस तरह दिल्ली में इजराइल दूतावास के सामने धमाका हुआ था, उसी तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल इस जगह पर किया गया था। साल 2021 में हुए उस ब्लास्ट में जामिया नगर का कनेक्शन सामने आया था। इस बार भी बम ब्लास्ट के दो संदिग्ध आरोपियों का जामिया नगर से कनेक्शन सामने आया है।

दिल्ली पुलिस ने 6 संदिग्धों से की पूछताछ

आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में ‘अज्ञात’ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और करीब छह संदिग्धों से पूछताछ भी की है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, ‘गहरी साजिश का पर्दाफाश’ करने के लिए मामले को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपने का फैसला किया गया है।

अधिकारियों ने कहा कि एक पुलिस अधिकारी की शिकायत पर, तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 (विस्फोट से जीवन या संपत्ति को खतरे में डालना) और भारतीय दंड संहिता की धारा 427 (नुकसान पहुंचाने वाला कार्य) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। शुक्रवार की रात। के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को संदिग्धों से पूछताछ की गयी।

इजराइली दूतावास के पीछे हुआ था धमाका

विस्फोट मंगलवार शाम को पृथ्वीराज रोड पर प्लॉट नंबर-4 स्थित ‘नंदा हाउस’ और प्लॉट नंबर-2 स्थित केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान की चहारदीवारी क्षेत्र में हुआ। इस क्षेत्र में झाड़ियाँ और पेड़ हैं और कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। यह जगह पृथ्वीराज रोड के समानांतर डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर इजरायली दूतावास के पीछे है।

मौके से इजराइली राजदूत को ‘अपमानजनक’ भाषा में लिखा एक पत्र बरामद हुआ। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ। सूत्रों के मुताबिक अंग्रेजी में लिखे इस एक पेज के पत्र का संबंध ‘सर अल्लाह रेजिस्टेंस’ नाम के संगठन से होने की आशंका है। इसमें ‘यहूदी’, ‘फिलिस्तीन’ और ‘गाजा’ जैसे शब्दों का जिक्र था।

यहां से निकला कनेक्शन

मामले की जांच कर रहे दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने घटना स्थल के आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला, जिसमें उन्हें एक संदिग्ध दिखाई दिया, जो ऑटोरिक्शा में जामिया नगर से आया था। पुलिस ने 10 ऑटोरिक्शा चालकों से पूछताछ की है, जिसमें विस्फोट से पहले संदिग्ध को घटनास्थल पर लाने वाला ड्राइवर भी शामिल है।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से एक घड़ी का टूटा हुआ डायल और कुछ छर्रे बरामद किये हैं। हालाँकि, यह कहना जल्दबाजी होगी कि इनका इस्तेमाल विस्फोट में किया गया था। जांच अधिकारी राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) प्रयोगशाला से रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जहां विस्फोट में प्रयुक्त सामग्री का पता लगाने के लिए मौके से एकत्र किए गए नमूने भेजे गए हैं। घटना के संबंध में पुलिस ने 12 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिन्होंने विस्फोट की तेज आवाज सुनने का दावा किया है।

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