India News (इंडिया न्यूज), Jairam Ramesh Attack BJP: सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश को लेकर दिए गए बयान पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे लगातार गिरते हुए नजर आ रहे है। विपक्ष तो हमलावर है ही, लेकिन भाजपा ने भी उनके इस बयान से किनारा कर लिया है। दरअसल, निशिकांत दुबे ने शनिवार (19 अप्रैल, 2025) को कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट कानून बनाएगा तो संसद को बंद कर देना चाहिए। इस पर विपक्षी दलों ने कहा कि यह न सिर्फ न्यायपालिका की प्रतिष्ठा पर हमला है, बल्कि संसद और संविधान की आत्मा पर भी सवाल उठाता है।
विपक्ष हुआ हमलावर
इस बयान के सामने आते ही सोशल मीडिया पर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सभी इस मुद्दे पर अपनी राय दे रहे हैं। तो वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस को भाजपा पर हमलावर होने का मौका मिल गया है। मामले को तूल पकड़ता देख भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को खुद सामने आकर सफाई देनी पड़ी। भाजपा के खुद को अलग करने पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस मुद्दे पर पोस्ट किया और कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश पर भाजपा सांसदों द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों से भाजपा अध्यक्ष का खुद को अलग करने का कोई खास महत्व नहीं है।
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जयराम रमेश ने कही ये बात
जयराम रमेश ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की उस प्रतिक्रिया पर निशाना साधा। जिसमें उन्होंने कहा था कि “निशिकांत दुबे के विचार उनके निजी हैं, पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।” कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा कि निवर्तमान भाजपा अध्यक्ष का स्पष्टीकरण डैमेज कंट्रोल के अलावा और कुछ नहीं है। इससे कोई भी मूर्ख नहीं बनेगा। यह Entire Political Science नहीं, बल्कि Entire Political Hypocrisy का उदाहरण है। उन्होंने पूछा कि निवर्तमान भाजपा अध्यक्ष ने अपनी ही पार्टी के उच्च संवैधानिक पद पर बैठे एक अत्यंत प्रतिष्ठित व्यक्ति द्वारा न्यायपालिका पर बार-बार की गई अस्वीकार्य टिप्पणियों पर पूरी तरह चुप्पी साध रखी है। क्या इन टिप्पणियों पर उनकी कोई राय नहीं है? क्या भाजपा इन बयानों का समर्थन करती है?
यदि संविधान पर लगातार हो रहे ऐसे हमलों को प्रधानमंत्री मोदी की मौन स्वीकृति नहीं है, तो इस सांसद के खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? क्या नड्डा जी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया?