इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
भारत जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चौतरफा प्रयास कर रहा है और लगभग 7 करोड़ ग्रामीण परिवारों को केवल 3 वर्षों के भीतर पाइप से पानी की सुविधा से जोड़ा गया है। प्रधान मंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत में आर्द्रभूमि बढ़कर 75 हो गई है। गोवा में हो रहे हर घर जल उत्सव को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा “केवल 3 वर्षों के भीतर 7 करोड़ ग्रामीण घरों को जल जीवन मिशन के तहत पाइप से पानी की सुविधा से जोड़ा गया है। यह कोई साधारण उपलब्धि नहीं है। आजादी के 7 दशकों में देश में केवल 3 करोड़ ग्रामीण घरों में पाइप-पानी की सुविधा थी।
जल सुरक्षा के लिए चौतरफा प्रयास जारी
अब भारत में रामसर स्थलों यानि आर्द्रभूमियों की संख्या भी बढ़कर 75 हो गई है। इनमें से 50 स्थलों को पिछले 8 वर्षों में ही जोड़ा गया है। यानी भारत जल सुरक्षा के लिए चौतरफा प्रयास कर रहा है और यह है हर दिशा में परिणाम मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार बनाने में ज्यादा मेहनत नहीं लगती, लेकिन देश बनाने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। “हम सभी ने देश बनाने का रास्ता चुना है, इसलिए हम देश की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का लगातार समाधान कर रहे हैं।
तीन बड़ी उपलब्धियों पर डाला प्रकाश
प्रधानमंत्री ने सभी देशवासियों के साथ देश की तीन बड़ी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। पीएम मोदी ने कहा भारत की इन उपलब्धियों के बारे में जानकर हर देशवासी को बहुत गर्व होगा। अमृतकाल में भारत जिस विशाल लक्ष्य पर काम कर रहा है, उससे संबंधित आज हमने तीन महत्वपूर्ण मील के पत्थर पार कर लिए हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा आज देश के 10 करोड़ ग्रामीण परिवारों को पाइप के माध्यम से स्वच्छ पानी की सुविधा से जोड़ा गया है। यह हर घर में पानी पहुंचाने के सरकार के अभियान की एक बड़ी सफलता है। यह सबका का एक बेहतरीन उदाहरण है। वहीं, गोवा देश का पहला राज्य बन गया है, जिसे हर घर जल प्रमाणित किया गया है।
खुले में शौच मुक्त किया गया था घोषित
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की तीसरी उपलब्धि स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी है। पीएम मोदी ने कहा, “कुछ साल पहले सभी देशवासियों के प्रयासों से देश को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया था। इसके बाद हमने गांवों को ओडीएफ प्लस बनाने का संकल्प लिया था। देश ने इस संबंध में महत्वपूर्ण मील के पत्थर भी हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि अब देश के विभिन्न राज्यों के एक लाख से अधिक गांव ओडीएफ प्लस हो गए हैं।