India News (इंडिया न्यूज़), Jamiat Ulama Hind, दिल्ली: जमीयत उलमा-ए-हिंद ने सिनेमाघरों और ओटीटी प्लेटफार्मों में #TheKeralaStory की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसमें कहा गया है कि फिल्म भारत में समाज के विभिन्न वर्गों के बीच नफरत और दुश्मनी पैदा करने की संभावना है।

इस बीच केरल के कांग्रेस नेता एमएम हसन ने फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और दावा किया कि यह समाज में सांप्रदायिक विभाजन पैदा करेगा। आज सुबह वकील निजाम पाशा ने सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जोसेफ और बीवी नागरत्ना की बेंच के समक्ष आज इस मामले का उल्लेख किया था।

हाईकोर्ट में 5 मई को सुनवाई

निजाम पाशा की याचिका पर कोर्ट ने मुख्य न्यायादीश या केरल हाईकोर्ट जाने को कहा। केरल हाईकोर्ट ने आज इस मामले पर सुनवाई की। वकील अनूप वीआर की तरफ से दायर याचिका पर कोर्ट ने सेंसर बोर्ड और केंद्र सरकार ने जवाब मांगा और मामले की अगली सुनवाई 5 मई को रखी। कोर्ट ने यह भी कहा कि द केरला स्टोरी जैसी फिल्मों के खिलाफ याचिकाएं ऐसी फिल्मों को अनावश्यक प्रचार देंगी।

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