India News (इंडिया न्यूज़),अजय जंडियाल,जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर दफा 370 और 35 A की चौथी बरसी से पहले जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर पुलिस,अन्य सुरक्षाबलों और खुफ़िआ एजेंसिओं के अफसरों के साथ एक अहम बैठक की जिसमे 5 अगस्त को होने बाली दफा 370 की बरसी पर आतंकी हमलों की आशंका के इनपुट और उनसे निपटने के लिए किये गए इंतज़ामों पर चर्चा हुई।

दफ़ा 370 की चौथी बरसी

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक'” राजौरी के पाल्मा में भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ एक अहम बैठक की जिसमे भारतीय सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में दफ़ा 370 की चौथी बरसी के मोके पर ख़ुफ़िया सूत्रों से मिल रहे आतंकी हमलों के अलर्ट और उनसे निपटने के लिए की जा रही त्यारियों पर चर्चा हुई। बैठक का मुख्य उद्येश्य क्षेत्र में मौजूदा खुफिया और सुरक्षा स्थिति का मूल्यांकन करना और आगामी घटनाओं के सफल और शांतिपूर्ण आयोजन के लिए रणनीति बनाना था।”

यात्रा के दौरान आतंकी हमले की साज़िश

उन्होंने कहा, “बैठक के दौरान,सभी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा मिली खुफिया इनपुट पर ख़तरों पर विचार करने और सुरक्षा व्यवस्था पर विचार-विमर्श किया गया। इसके अलावा, बैठक में आगामी स्वतंत्रता दिवस के उत्सव और श्री बुड्ढा अमरनाथ जी यात्रा से संबंधित सुरक्षा सम्बन्धी की सारी तयारियों और सुरक्षा बंदोबस्त पर भी चर्चा की गई। गौरतलब है हर साल होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह और बुड्ढा अमरनाथ जी की यात्रा को लेकर लगातार सुरक्षाबलों को इनपुट मिल रहे हैं। जिसमे यात्रा के दौरान आतंकी हमले की साज़िश का इनआउट मिला है।”

लाखों शिव भक्त देश भर से यात्रा के लिए पहुंचते हैं

श्री बुड्ढा अमरनाथ की यात्रा हर साल जम्मू कश्मीर के पूंछ ज़िले के मंडी इलाक़े में जाती है जिसमे लाखों शिव भक्त देश भर से यात्रा के लिए पहुंचते हैं। और पिछले कुछ समय में पाकिस्तान की तरफ़ से राजौरी और पूंछ में आतंकी गतिविधियों को तेज किया गया है। पिछले लगभग 2 साल में पूंछ और राजौरी ज़िले में आधा दर्जन से ज़्यादा आतंकी हमले कर सिविलियन और सेना के जवानों को निशाना बनाया जिसने भाटा दूरियां में आना के जवानों पर हमला, राजौरी के डांगरी में सात हिंदुओं की आतंकियों द्वारा हत्या और राजौरी में सेना के कैंप पर आतंकी हमला शामिल है।

ऐसे में कुछ दिनों में शुरू होने वाले बुड्ढा अमरनाथ जी की यात्रा को लेकर सुरक्षाबलों और प्रशासन के लिये कड़ी चुनौती होगी । ऐसे में सभी चुनौतियों से निपटने के लिए उठाये जा रहे कदम और ज्ञातिओं पर गहन चर्चा की गई ।

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