India News (इंडिया न्यूज), Pahalgam Terror Attack: “मैं भेलपुरी खा रही थी। मेरे पति मेरे बगल में खड़े थे। एक आदमी आया और मेरे पति को गोली मार दी। उसने पहले पूछा तुम्हारा धर्म क्या है? क्या तुम मुसलमान हो? जब मेरे पति ने कहा नहीं तो उसने फायरिंग शुरू कर दी”… यह बयान एक महिला का है जो अपने पति के साथ कश्मीर गई थी। महिला ने रोते हुए पूरे हमले की जानकारी दी। महिला ने बताया कि हमलावर उसका नाम और धर्म पूछकर उसे निशाना बना रहे थे। गोली लगने के बाद मेरे पति काफी देर तक जमीन पर पड़े रहे। फिर स्थानीय लोग मदद के लिए आए और उन्हें अस्पताल ले गए।
मैदानी इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण लोग इस समय पहाड़ी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं। बड़ी संख्या में पर्यटक जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं और वहां की वादियों में घूम रहे हैं, लेकिन मंगलवार को वादियों में घूमने का मजा पर्यटकों के लिए सजा बन गया। कुछ देर के लिए उन्हें लगा कि वे वादियों में नहीं बल्कि किसी जेल में हैं और उन्हें चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है।
पर्यटकों के एक समूह को निशाना बनाया
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन गांव में मंगलवार को बड़ा आतंकी हमला हुआ। बैसरन गांव की वादियों में घूम रहे पर्यटकों के एक समूह को निशाना बनाया गया। आतंकियों ने पर्यटकों पर फायरिंग की। फायरिंग में 20 लोगों के घायल होने की जानकारी मिल रही है। वहीं, कुछ लोगों के मारे जाने की भी बात कही जा रही है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर पुलिस-प्रशासन की ओर से अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
हमले के बाद मच गई चीख-पुकार
एक चश्मदीद महिला ने हमले के बारे में जो बताया, वह काफी चौंकाने वाला था। दरअसल, हमले के बाद चीख-पुकार सुनकर कुछ स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद एक महिला से पूछा कि क्या हुआ… इस पर एक महिला ने बताया कि वह भेलपुरी खा रही थी। उसके बगल में उसका पति खड़ा था। दोनों आपस में बात कर रहे थे। तभी एक व्यक्ति आया। उसने पूछा कि तुम्हारा धर्म क्या है, क्या तुम मुसलमान हो… इस पर पति ने कहा नहीं। यह सुनते ही उसने पति को गोली मार दी। यह कहते हुए महिला रो रही थी।
लोग खून से लथपथ पड़े थे
एक और महिला रोती हुई आई और स्थानीय लोगों से बोली कि प्लीज मेरे पति को बचा लो। बहुत खून बह रहा है। महिला लोगों को अपने पति के पास ले गई। वह खून से लथपथ था और हांफ रहा था। लोगों ने महिला को मदद का भरोसा दिया और कहा कि आप चिंता न करें। हम आपकी मदद के लिए यहां हैं।