India News (इंडिया न्यूज)Javed Akhtar Slams Pakistan: मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर शनिवार को मुंबई में शिवसेना सांसद संजय राउत की किताब ‘हेवन इन हेल’ के विमोचन में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर मुझे पाकिस्तान और नर्क में से एक चुनने को कहा जाए तो मैं पाकिस्तान के बजाय नर्क जाना पसंद करूंगा। मैं कभी पाकिस्तान नहीं जाऊंगा।

उन्होंने कहा कि मुझे ट्विटर और वॉट्सऐप दोनों तरफ से गालियां मिलती हैं। यहां के कट्टरपंथी मुझे गाली देते हैं और वहां के कट्टरपंथी मुझे गाली देते हैं।

डॉक्टरों ने दे दिया जवाब अब नहीं बच पाएंगे…फिर कीमो छोड़ा जंगल में बिताई अपनी बाकी रातें, लेकिन फिर 10 महीने में कैंसर हुआ गायब!

पाकिस्तान की बजाए नर्क जाना पसंद करूंगा

जावेद अख्तर ने आगे कहा कि मेरे ट्वीट को देखिए, इसमें बहुत सारी गालियां हैं, लेकिन कुछ लोग मेरी तारीफ भी करते हैं। कुछ लोग कहते हैं कि आप काफिर हैं। कुछ लोग कहते हैं कि जिहादी हैं, आपको पाकिस्तान चले जाना चाहिए। अगर मुझे पाकिस्तान और नर्क में से किसी एक को चुनने का मौका मिले तो मैं नर्क जाना पसंद करूंगा।

मुल्लाओं की वजह से मुझे सुरक्षा मिली

इसके बाद उन्होंने अपनी जन्मभूमि मुंबई के प्रति भी दिल से आभार जताया। उन्होंने कहा, “मैं मुंबई आया। मैंने जो कुछ भी हासिल किया, वह मुंबई और महाराष्ट्र ने मुझे दिया है। मैं मुंबई का कर्ज सात जन्मों में भी नहीं चुका पाऊंगा।”

उन्होंने कहा कि जब मैंने समझना शुरू किया, तो मैंने बोलना शुरू किया। पिछले 30 सालों में मुझे चार बार पुलिस सुरक्षा मिली है। जब भी मैं स्टूडियो से आता, तो पुलिस घर पर होती। चार में से तीन बार मुझे मुल्लाओं से धमकियां मिलीं। इससे पहले एएन रॉय पुलिस कमिश्नर थे। उन्होंने मुझे सुरक्षा दी। इसलिए मैं मुंबई को कभी नहीं भूलूंगा।

संजय राउत की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि संजय राउत टी20 के खिलाड़ी हैं। वह क्रीज से बाहर आकर चौके-छक्के लगाते हैं। उन्हें विकेट के पीछे आउट होने की चिंता नहीं रहती।

उन्होंने कहा कि वह गेंद को स्टेडियम से बाहर फेंक रहे हैं। मैं आपको बताऊंगा कि मैं उनसे कैसे मिला और कैसे मेरे उनसे अच्छे संबंध बने।

आपको जो अच्छा लगे वो बोलना चाहिए…जावेद अख्तर ने कहा

जावेद अख्तर ने कहा कि हर लोकतंत्र में पार्टी की जरूरत होती है। चुनाव जरूरी है। अगर ऐसा होता है तो ईमानदार मीडिया की भी जरूरत है। इसी तरह ऐसे नागरिक भी होने चाहिए जो किसी पार्टी से जुड़े न हों। उन्हें जो अच्छा लगे वो बोलना चाहिए। जो बुरा लगे वो बोलो। मैं भी उनमें से एक हूं। अगर आप एक खास तरीके से बोलेंगे तो आप अपने जैसे विचार वाले लोगों को खुश करेंगे। अगर आप ज्यादा बोलेंगे तो सभी खुश होंगे।

उन्होंने कहा कि जिंदगी की भागदौड़ में समय नहीं मिलता। नेताओं और लोगों को कुछ सोचने का समय नहीं मिलता, लेकिन फिर हमारी सरकार आती है और उन्हें जेल में डाल देती है और फिर नेताओं या लोगों को सोचने का मौका मिलता है। इसलिए सरकार को नेताओं और लोगों को जेल में नहीं डालना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जिंदगी की भागदौड़ में व्यस्त रहने देना चाहिए, नहीं तो वो किताब लिखेंगे और किताब क्रांति लाएगी, लेकिन मैं ये भी नहीं कहूंगा कि संजय जी आप वापस जेल जाकर नई किताब लिखिए।

‘ऑपरेशन सिंदूर के…’, विदेश मंत्रालय ने शांत की राहुल गांधी की जिज्ञासा, जयशंकर पर लगाए कांग्रेस के आरोपों को किया खारिज