India News (इंडिया न्यूज), Karnataka Minister Swimming Pool Video: कर्नाटक में इन दिनों डेंगू (Dengue), मलेरिया (Malaria) के बढ़ते केसेस की वजह से हाहाकार मचा है। अभी तक 7,000 संक्रमण के केसेस सामने आ चुके हैं, जिसमें से 1,908 सिर्फ बेंगलुरु में है। इसके अलावा लगातार मौतों की खबर भी आ रही है। इस बीच कर्नाटक के हेल्थ मिनिस्टर दिनेश गुंडू राव (Health Minister Dinesh Gundu Rao) के एक वीडियो पर जबरदस्त विवाद खड़ा हो गया है। बीजेपी ने दिनेश का गोते लगाते हुए वीडियो शेयर कर उन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और इस पोस्ट पर बीजेपी और मंत्री के बीच तना-तनी शुरू हो गई है।
Dengue-Malaria Cases पर हो रही राजनीति
दरअसल, डेंगू-मलेरिया को लेकर फैले हाहाकार के बीच कर्नाटक में इस पर राजनीति शुरू हो गई है। इस बीच बीजेपी ने कर्नाटक के हेल्थ मिनिस्टर दिनेश गुंडू राव का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो स्विमिंग पूल में गोते लगाते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी कर्नाटक के ट्विटर पोस्ट में लिखा है कि ‘कर्नाटक में त्रासदी, डेंगू और जीका वायरस के प्रकोप से बच्चों समेत 7 लोगों की मौत। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री ने तैराकी का हुनर दिखा रहे हैं। महामारी नियंत्रण से बाहर है, फिर भी नेताओं का ध्यान इस पर अधिक है कि डीसीएम/सीएम की कुर्सी किसे मिले। कांग्रेस नेताओं की प्राथमिकताएं हमेशा गुमराह करने वाली होती हैं, बिल्कुल उनके ‘बालक बुद्धि राजकुमार’ की तरह’।
Health Minister मे तंज कसते हुए गिनाए Pool Swimming के फायदे
बीजेपी के इस पोस्ट पर दिनेश गुंडू राव ने भी जवाब दिया है। उन्होंने रिप्लाई पोस्ट में लिखा-‘तैराकी और व्यायाम मेरी नियमित फिटनेस का हिस्सा हैं, और मेरा सुझाव है कि आप उन पर भी विचार करें। यह न केवल आपको स्वस्थ रखता है बल्कि आपके दिमाग को भी तेज रखता है, जो आपको झूठ बोलने और ध्यान भटकाने वाली रणनीति बनाने के बजाय अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकता है’।
Dengue-Malaria पर कर क्या रहे हैं?
उन्होंने बीजेपी पर इस तंज के बाद आगे लिखा- ‘हमारे लोगों ने आपके झूठ को समझ लिया है और वे कोविड संकट से निपटने के आपके तरीके को नहीं भूले हैं। जहां तक डेंगू का सवाल है, इस पर अंकुश लगाने की हमारी पहल सर्वविदित है, जब तक कि आप जानबूझकर अनभिज्ञ न हों। जिम्मेदार विपक्ष के रूप में, मेरा सुझाव है कि आप गलत सूचना फैलाने के बजाय डेंगू के बारे में जागरूकता पैदा करें’।