India News (इंडिया न्यूज), Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में मंगलवार, 22 अप्रैल को बड़ा आतंकी हमला हुआ। आतंकियों ने बैसरन घाटी में पहाड़ से उतरकर बेगुनाह पर्यटकों को निशाना बनाया। इस हमले में करीब 28 लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है। इसमें कई लोग घायल भी हो गए हैं। घटना के खौफनाक वीडियो भी सामने आए हैं। चश्मदीदों ने कैमरे पर बताया कि आतंकियों ने लोगों का नाम पूछकर उन्हें गोली मारी। पीएम नरेंद्र मोदी, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और सीएम उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।
सूत्रों के मुताबिक आतंकियों ने 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग की। सूत्रों की मानें तो दो से तीन आतंकियों ने गोलियां चलाईं। जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की।
आतंकवादी हमले का समय
आतंकवादियों ने ऐसे समय में हमला किया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के दो दिवसीय दौरे पर हैं। वहीं, आतंकियों की इस कायराना हरकत की टाइमिंग पर गौर करें तो यह हमला अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की भारत यात्रा के दौरान किया गया है। तीसरी अहम बात यह है कि अमरनाथ यात्रा पहलगाम से शुरू होती है। इस साल हिंदुओं की यह पवित्र यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो रही है।
क्या बोले (रिटायर्ड) ब्रिगेडियर संदीप थापर ?
एक मेडिया चैनल से बात करते हुए (रिटायर्ड)ब्रिगेडियर संदीप थापर ने कहा, “मैंने जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर इतना बड़ा हमला नहीं देखा। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अभी भी भारत में हैं…तो क्या आतंकियों ने दुनिया को दिखाने के लिए ऐसा किया है?…अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो रही है, यह एक रूट है। अमरनाथ यात्रा के दो रूट हैं। एक अनंतनाग से और दूसरा गंदेरबल से। मुझे लगता है कि यह बालाकोट के बरब से हमला है।”
‘नाम पूछकर हत्या करने की पुरानी परंपरा’
कर्नल यू.एस. राठौर ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, “पाकिस्तान में जो कुछ भी होता है, वह एक-दूसरे से जुड़ा होता है। पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष कश्मीर का मुद्दा उठाते हैं… हमने पर्यटकों पर हमले देखे हैं, लेकिन ये हमले तब होते हैं, जब मौसम खत्म हो रहा होता है। जहां तक नाम पूछकर हत्या करने की बात है, तो घाटी में यह बहुत पुरानी परंपरा है। चाहे वे वहां कामगारों को मारें या कश्मीरी पंडितों को, ऐसा हमेशा होता रहा है। लेकिन इस हमले का पैमाना इतना बड़ा है कि यह वाकई चौंकाने वाला है।”