India News (इंडिया न्यूज), KIIT Suicide Case: भुवनेश्वर स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) ने कहा कि उसने नेपाल के 20 वर्षीय छात्र की मौत पर विरोध प्रदर्शन के दौरान नेपाली छात्रों के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार करने के लिए दो छात्रावास कर्मचारियों सहित तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। सोमवार को संस्थान में मची हलचल के बाद इस घटना पर माफी मांगते हुए केआईआईटी ने कहा कि दो सुरक्षा अधिकारियों को भी बर्खास्त कर दिया गया है और नेपाली छात्रों की वापसी की सुविधा के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।

क्या है पूरा मामला?

आपको जानकारी के लिए बता दें कि, बीटेक की तीसरे वर्ष की छात्रा प्रकृति लामसाल रविवार शाम को अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई, जिसके बाद परिसर में मौजूद 500 से ज्यादा नेपाली छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। मामला तब और बढ़ गया जब कॉलेज के अधिकारियों ने कुछ छात्रों को जबरन परिसर से बाहर निकालने का प्रयास किया, जिसके बाद राजनयिक हस्तक्षेप करना पड़ा।

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कॉलेज ने जारी किया बयान

मंगलवार को एक बयान में संस्थान ने कहा, “केआईआईटी के अधिकारी और पूरा स्टाफ 16 फरवरी को हुई घटना पर गहरा खेद व्यक्त करता है। दो सुरक्षा कर्मचारियों को तत्काल बर्खास्त कर दिया गया। छात्रावास के दो वरिष्ठ अधिकारियों और अंतर्राष्ट्रीय संबंध कार्यालय (आईआरओ) के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।”

इसके अलावा अपने बयान में केआईआईटी ने कहा, “हमारे कर्मचारियों के लिए, हम मानते हैं कि कुछ टिप्पणियां क्षणिक आवेश में की गई थीं और हम किसी भी तरह की परेशानी के लिए खेद प्रकट करते हैं।” संस्थान ने कहा कि अधिकारी छात्रों को जल्द से जल्द परिसर में लौटने के लिए “सक्रिय रूप से राजी” कर रहे हैं। बयान में कहा गया है, “नेपाली छात्रों की वापसी की सुविधा के लिए केआईआईटी कैंपस 6 में एक समर्पित नियंत्रण कक्ष 24×7 चालू है।”

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