India News (इंडिया न्यूज), Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी टिप्पणी दी है। कोर्ट की ओर से कहा गया कि वह चुनावों के लिए नियंत्रक प्राधिकारी नहीं है। भारत के चुनाव आयोग के कामकाज को निर्देशित नहीं कर सकता है। यह टिप्पणी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) पर डाले गए वोटों का वीवीपीएटी प्रणाली के माध्यम से उत्पन्न कागजी पर्चियों के साथ गहन सत्यापन की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान की गई है।
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चुनावी मौसम और EVM पर लोगों का भरोसा को लेकर इंडिया न्यूज ने अपने प्राइम टाइम शो आकड़े हमारा फैसला आपका में जनता से कुछ सवाल किया है। जिसके जबाव कुछ इस प्रकार है।
जनता की राय
- VVPAT की पर्ची और EVM के वोटों का मिलान आप क्यों ज़रूरी मानते हैं ?
- नतीजे पर भरोसा बढ़ेगा- 41%
- राजनीतिक विवाद ख़त्म होगा- 17 %
- धांधली का शक ख़त्म होगा- 40 %
- कह नहीं सकते- 2 %
2. आपके लिहाज़ से चुनाव नतीजों की निष्पक्षता के लिए कितने फ़ीसदी पर्चियों का मिलान होना चाहिए?
- 10 प्रतिशत- 6 %
- 25 प्रतिशत- 4 %
- 50 प्रतिशत- 25 %
- 100 प्रतिशत- 63 %
- कह नहीं सकते- 2 %
3. VVPAT की पर्ची और EVM के वोटों के मिलान के लिए अब क्या करना चाहिए?
- चुनाव आयोग पहल करे- 32 %
- सुप्रीम कोर्ट निर्देश दे- 20 %
- संसद में क़ानून बने- 41 %
- कह नहीं सकते- 7 %
4. चुनाव नतीजों पर आपके यक़ीन के लिए कैसे वोटिंग की जाए ?
- EVM- 45 %
- बैलेट पेपर- 44 %
- EVM -VVPAT मिलान- 10 %
- कह नहीं सकते- 1 %