India News(इंडिया न्यूज),Lok Sabha Election: भारत की सबसे गर्म सीटों से एक मानी जाने वाली अमेठी को लेकर लगातर तेज हो रही अटकलों के बीच कांग्रेस ने सस्पेंस खत्म करते हुए कांग्रेस नेता किशोरी लाल शर्मा पर भरोसा जताया है। जो कि आज उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। यह निर्वाचन क्षेत्र 2019 तक गांधी परिवार का गढ़ रहा था, जब कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी भाजपा की स्मृति ईरानी से आम चुनाव हार गए थे। किशोरी लाल शर्मा गांधी परिवार के करीबी सहयोगी हैं। किशोरी लाल शर्मा गांधी परिवार के करीबी सहयोगी हैं। बता दें कि, अमेठी और रायबरेली में 20 मई को मतदान होगा।

  • कांग्रेस ने अमेठी से किशोरी लाल शर्मा को बनाया उम्मीदवार
  • राजीव गांधी के बाद अमेठी में कर रहे काम
  • आज करेंगे नामांकन दाखिल

कांग्रेस का गढ़ था अमेठी

जानकारी के लिए बता दें कि, राहुल जिन्होंने 2004 से 2019 तक संसद के निचले सदन में अमेठी का प्रतिनिधित्व किया, अपने परिवार के गढ़ रायबरेली से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। राहुल गांधी की माँ सोनिया गांधी ने 2004 से 2024 तक रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। इस साल की शुरुआत में, उन्होंने सीट खाली कर दी और राज्यसभा चली गईं। ऐसी अटकलें थीं कि प्रियंका गांधी वाड्रा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी। यह भी पढ़ें: राहुल गांधी रायबरेली से और किशोरी लाल शर्मा अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

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जानें कौन किशोरी लाल शर्मा हैं?

किशोरी लाल शर्मा गांधी परिवार के विश्वासपात्र हैं। वे रायबरेली में सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि रह चुके हैं। किशोरी लाल शर्मा गांधी परिवार से जुड़े सभी मामलों के लिए रायबरेली और अमेठी में मुख्य व्यक्ति हैं। किशोरी लाल शर्मा भाजपा की स्मृति ईरानी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी को हराया था। केएल शर्मा पंजाब के मूल निवासी हैं। वे पहली बार 1983 में कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अमेठी आए थे। वे कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री (दिवंगत) राजीव गांधी के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े थे।

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राजीव गांधी के बाद अमेठी में किशोर लाल

जानकारी के लिए बता दें कि, 1991 में राजीव गांधी की मृत्यु के बाद, केएल शर्मा अमेठी में कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते रहे। 1990 के दशक में जब गांधी परिवार चुनावी राजनीति से दूर रहा, तो उन्होंने अन्य कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। वहीं 1999 में सोनिया गांधी की पहली चुनावी जीत में किशोरी लाल शर्मा ने अहम भूमिका निभाई थी। गांधी पहली बार अमेठी से जीत के साथ संसद में पहुंची थीं। सोनिया गांधी के अमेठी सीट छोड़ने और रायबरेली चले जाने के बाद केएल शर्मा उनके साथ शहर में आ गए। 2004 में राहुल गांधी अमेठी से लोकसभा के लिए चुने गए। बाद में केएल शर्मा ने अमेठी और रायबरेली दोनों जगहों पर पार्टी के मामलों का प्रबंधन करना शुरू कर दिया।