India News(इंडिया न्यूज), Lok Sabha Results: लोकसभा चुनाव परिणाम ने सबको हैरान कर दिया है और केंद्र में एनडीए सरकार बरकरार है। इस बीच पाला बदलकर भाजपा में शामिल होने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, उद्योगपति नवीन जिंदल और उत्तर प्रदेश के मंत्री जितिन प्रसाद उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।

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कांग्रेस से की बगावत

आपको बता दें कि विमानन मंत्री सिंधिया मध्य प्रदेश के गुना निर्वाचन क्षेत्र से पांच लाख से अधिक मतों के अंतर से जीते हैं। यह निर्वाचन क्षेत्र सिंधिया परिवार का गढ़ रहा है। 2020 में उन्होंने कांग्रेस से बगावत कर दिया और मध्य प्रदेश में अपने कई वफादार विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। उद्योगपति नवीन जिंदल इस साल मार्च में कांग्रेस के साथ अपना दो दशक पुराना रिश्ता खत्म करते हुए भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने हरियाणा के कुरुक्षेत्र से जीत हासिल की।

जितिन प्रसाद ने भी छोड़ी कांग्रेस

उत्तर प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद ने तीन साल पहले कांग्रेस छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें मौजूदा सांसद वरुण गांधी के स्थान पर पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा गया था। उन्होंने 1.64 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की। विधायक सीता सोरेन दुमका से चुनाव हार गईं और जितिन को अच्छे अंतर से जीत हासिल हुई।

हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर जो इस साल की शुरुआत में भाजपा में शामिल हुए थे, सिरसा से कांग्रेस की कुमारी शैलजा से 2.68 लाख से अधिक मतों के अंतर से चुनाव हार गए। वहीं इस साल मार्च में भाजपा में शामिल हुईं झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन दुमका से चुनाव हार गईं। पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर, जो इस साल भाजपा में शामिल हुई थीं पटियाला से चुनाव हार गईं। वह कांग्रेस के कद्दावर नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं।

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ये नेता नहीं रख पाए सीट बरकरार

रवनीत बिट्टू, जो 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जीते और मार्च में भाजपा में चले गए, अपनी लुधियाना सीट बरकरार नहीं रख सके और सीट हासिल नहीं कर सके। भाजपा के सुशील रिंकू अपनी जालंधर सीट बरकरार नहीं रख सके। वह कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी से हार गए। अन्य दलबदलू प्रत्याशियों को भी हार का सामना करना पड़ा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के करीबी राणा गुरमीत सोढ़ी फिरोजपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री सोढ़ी राज्य विधानसभा चु