India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh 2025: महाकुंभ, जो श्रद्धा, आस्था और आध्यात्मिकता का प्रतीक है, में इस वर्ष अब तक 55 करोड़ से अधिक लोग संगम स्नान के लिए पहुंचे हैं। यह दिव्य और भव्य आयोजन न केवल भारतीय संस्कृति की समृद्धि को प्रदर्शित करता है, बल्कि पूरे विश्व को भी आकर्षित करता है। हालांकि, इस पवित्र आयोजन की गरिमा को कुछ विकृत मानसिकता के लोग धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।

महिलाओं की निजता पर हमले

महाकुंभ में कुछ असामाजिक तत्व महिलाओं के स्नान और कपड़े बदलते समय के वीडियो बनाकर इंटरनेट पर पोस्ट कर रहे हैं। यह न केवल उनकी निजता और गरिमा का घोर उल्लंघन है, बल्कि समाज में अशोभनीय कृत्य को बढ़ावा देने का प्रयास है।

कैसे हुआ यह घृणित कार्य?

साइबर पेट्रोलिंग के दौरान पुलिस ने पाया कि महाकुंभ में आईं महिलाओं के स्नान और कपड़े बदलने के समय का वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया और टेलीग्राम पर साझा किया जा रहा है।

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इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर गतिविधियां:

@neha1224872024 नामक इंस्टाग्राम अकाउंट से महिलाओं के अशोभनीय वीडियो पोस्ट किए गए। “CCTV CHANNEL” नामक टेलीग्राम चैनल पर इन वीडियो को बेचने का दावा किया गया।

पुलिस की सख्त कार्रवाई

इस कृत्य के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है।

  1. इंस्टाग्राम और मेटा से सहायता:
    • इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से वीडियो पोस्ट करने वालों की पहचान के लिए मेटा कंपनी से जानकारी मांगी गई है।
  2. कोतवाली थाने में मुकदमे दर्ज:
    • महिला श्रद्धालुओं की निजता भंग करने वालों के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमे लिखे गए हैं।
  3. 100 से अधिक यूजर्स पर कार्रवाई:
    • अब तक 100 से अधिक इंटरनेट मीडिया यूजर्स के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
  4. स्वाट और साइबर टीम की भागीदारी:
    • स्वाट और साइबर टीम मिलकर आरोपितों की वास्तविक पहचान कर रही है।
  5. घटनाओं को महाकुंभ से जोड़ने का प्रयास:
    • अन्य स्थानों की घटनाओं को महाकुंभ से जोड़ने और इंटरनेट पर प्रसारित करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।

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समाज की भूमिका और जागरूकता

यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि ऐसे कृत्य न केवल किसी व्यक्ति की गरिमा को चोट पहुंचाते हैं, बल्कि पूरे आयोजन की छवि को भी खराब करते हैं।

महिलाओं की सुरक्षा पर जोर:

महाकुंभ में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने अतिरिक्त कदम उठाए हैं। महिलाओं के लिए अलग स्नान क्षेत्र सुनिश्चित करना। सीसीटीवी कैमरों की निगरानी बढ़ाना। साइबर टीमों को इंटरनेट पर पोस्ट की जाने वाली सामग्री पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश।

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महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन में इस प्रकार की घटनाएं न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और सभ्यता पर हमला भी हैं। पुलिस और साइबर टीम द्वारा उठाए गए कदम निश्चित रूप से दोषियों को सजा दिलाने और महाकुंभ की गरिमा बनाए रखने में सहायक होंगे। समाज के हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह इन घृणित कृत्यों की निंदा करे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई में सहयोग करे।