India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh Mela 2025 : प्रयागराज महाकुंभ 2025 इस बार सबसे अलग होने वाला है। योगी सरकार ने इस बार के महाकुंभ 2025 को AI से कनेक्ट किया है। आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बहतरीन सुविधा मिलेगी। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार के महाकुंभ में कई सारे रिकॉर्ड टूटने वाले हैं। अब इसी कड़ी में कुंभ में एक बड़ी खबर सामने आई है। असल में आगरा के एक दंपत्ति ने अपनी बिटिया को दान कर एक नया अध्याय लिख दिया है।
आगरा में फतेहाबाद रोड पर ढौकी थाने के पास रहने वाले संदीप सिंह पेठा 26 दिसंबर को अपनी दो बेटियों के साथ महाकुंभ मेला में आए थे। यहां उन्होंने गुरु के सान्निध्य में शिविर सेवा में लगे हैं। इस दौरान उनकी बड़ी बेटी राखी सिंह (13) ने साध्वी बनने की इच्छा जताई थी।
इसी के बाद बच्ची की इच्छा पूरी करते हुए कौशल गिरि के माध्यम से सेक्टर 20 में शिविर प्रवेश कराया था। इसके बाद दंपती ने संगम की रेती पर अपनी 13 वर्षीय बेटी राखी सिंह ढाकरे को जूना अखाड़े को दान कर दिया।
बेटी को जूना अखाड़े को किया दान
बेटी की इच्छा को पूरा करते हुए आगरा के दंपती ने संगम की रेती पर अपनी 13 वर्षीय बेटी राखी सिंह ढाकरे को जूना अखाड़े को दान कर दिया। गंगा स्नान के बाद गुरुग्राम (हरियाणा) से आए जूना अखाड़ा के संत कौशल गिरि ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच राखी को शिविर में प्रवेश कराया और नामकरण किया ‘गौरी’।
गौरी का करेंगे पिंडदान
अखाड़े को दान करने के बाद अब जानकारी के मुताबिक माता-पिता अपनी जिन्दा बेटी गौरी का पिंडदान महाकुंभ में 19 जनवरी करेंगे। जिसके बाद सभी धार्मिक संस्कार कराए जाएंगे। उसके बाद से बेटी, गुरु के परिवार का हिस्सा हो जाएगी और उसका मूल परिवार उससे छूट जाएगा। आगरा के इस दंपत्ति की महाकुम्भ मेले में खूब चर्चा हो रही है। संदीप सिंह पेठा व्यापारी हैं। पत्नी रीमा गृहणी हैं। दो बेटियां राखी और निक्की हैं। बड़ी बेटी राखी 13 साल की है और स्प्रिंग फील्ड इंटर कॉलेज में कक्षा नौ की छात्रा है।
पूरा परिवार गुरु की सेवा में करीब चार साल से जुड़ा हैं। कौशल गिरि ने उनके मोहल्ले में भागवत कथा कराई थी, उसी समय से मन में भक्ति जागृत हुई।