India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh Stampede Update : प्रयागराज में बुधवार, 29 जनवरी की आधी रात में महाकुंभ में मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं के घायल होने की आशंका जताई जा रही है। इस हादसे के लेकर अब राजनीति भी गरमा गई है। यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल उठाए हैं। अखिलेश यादव ने सीएम योगी से पांच अपील की है। अखिलेश यादव ने कहा कि, महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है। श्रद्धांजलि!

कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने यूपी सरकार से पांच अपील की हैं-

1 – गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए।
2 – मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए।
3 – जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं।
4 – हैलीकाप्टर का उपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए।
5 – सतयुग से चली आ रही शाही स्नान की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच मौनी अमावस्या के शाही स्नान        को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए।

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मायावती ने भी घटना को बताया अति-दुःखद

महाकुंभ में हुई इस घटना पर प्रदेश की पूर्व सीएम ने कहा कि, श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें. सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे.हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना।

अखाड़ों के स्नान को लेकर असमंजस जारी

इस हादसे के बाद अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने सुबह कहा था कि अखाड़ों का स्नान रद्द कर दिया गया है। लेकिन उसके बाद 8 बजे रवींद्र पुरी ने कहा कि हम स्नान करेंगे और सरकार से बात चल रही है। इसकी वजह से स्नान को लेकर अभी असमंजस जारी है।

कुंभ मेले की परंपरा के मुताबिक सन्यासी, बैरागी और उदासीन अखाड़े भव्य जुलूस के साथ संगम तट पर पहुंचकर एक तय क्रम में अमृत स्नान करते हैं जिसमें क्रम में पहले स्थान पर पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी अमृत स्नान करता है। सरकारी आकड़ो की माने तो मौनी अमावस्या से एक दिन पूर्व मंगलवार को रात आठ बजे तक 4.83 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया, जबकि इससे पूर्व मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई थी।

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