India News (इंडिया न्यूज), Pannus Threat For Maha Kumbh : सोमवार को पीलीभीत में खालिस्तानी जिंदाबाद फोर्स से जुड़े हुए तीन आतंकियों के मारे जाने से खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू भड़क गया है। पन्नू ने वीडियो जारी कर कथित तौर पर महाकुम्भ को निशाना बनाने की धमकी दी है। पन्नू की इस धमकी के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। उसने पन्नू के बयान को समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश बताया है। पन्नू ने महाकुम्भ में प्रमुख स्नान तिथियों 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और तीन फरवरी (बसंत पंचमी) को बाधित करने की धमकी देने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।

इससे पहले भी कई बार सिख फॉर जस्टिस संगठन का प्रमुख पन्नू भारत को लेकर धमकियां दे चुका है। लोगों को खालिस्तान के नाम पर भड़काने की वजह से पन्नू को भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया हुआ है।

PM Modi ने दे दिया नए साल का तोहफा, मोबाइल यूजर्स को मिली बड़ी खुशखबरी, इस फैसले का 150 मिलियन ग्राहकों को मिलेगा फायदा

‘पन्नू नाम का जो व्यक्ति है’

महाकुम्भ को लेकर आतंकवादी पन्नू की धमकी के बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि, पन्नू नाम का जो व्यक्ति है, अगर कहीं ये हमारे महाकुम्भ में घुसने की हिम्मत करता है तो इसे मार-मारकर भगाया जाएगा। हमने ऐसे पागल सैकड़ों की संख्या में देखे हैं। यह माघ मेला है, जहां सिख और हिंदू सभी एक हैं। पन्नू ने आपस में विभाजन कराने वाली जो बात की है, वह उचित नहीं है। सिख समाज ने ही सनातन धर्म को बचाए रखा है। पन्नू द्वारा विभाजन को बढ़ावा देने की कोशिशें बेबुनियाद हैं।

बयान में आगे महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि, पन्नू की बातों को अधिक महत्व नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि वह हमेशा ही ऐसी भाषा का प्रयोग करता है जिससे देश में विभाजन पैदा हो तथा वह हमेशा से ही सनातन धर्म पर हमला करने का प्रयास करता रहा है। हमारे यहां नागा साधुओं की तरह उनके (सिखों के) यहां भी नागा साधु होते हैं। ये दोनों एक ही हैं और सनातन के सैनिक हैं। इसलिए हम इन पागलों को अधिक गंभीरता से नहीं लेते।

50,000 पुलिसकर्मी करेंगे कुंभ की सुरक्षा

उप्र के डीजीपी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि यह कुंभ वास्तव में डिजिटल होगा, जिसमें पुलिस बल आधुनिक तकनीकों जैसे एआई सक्षम कैमरे ड्रोन का प्रयोग करने के अलावा हमलावर ड्रोन का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने के लिए प्रभावी रणनीति का उपयोग करेगा। इस बार लगभग 50,000 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर होंगे, जो 2019 में पिछले कुंभ की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक हैं। महाकुंभ प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। महाकुंभ में करीब 45 करोड़ तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है।

शाह-मोदी का मुंह ताकते रह गए राहुल गांधी, यहां भी मिली जबरदस्त मात, केजरीवाल तो आस-पास भी नहीं