India News (इंडिया न्यूज), Nitesh Rane: महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे हमेशा अपने बयानों से चर्चा में रहते हैं। पहले उन्होंने बुर्का को लेकर टिप्पणी की थी और अब कुरआन और इस्लाम को टिप्पणी की है। जिसकी वजह से नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, उन्होंने कहा कि “जो लोग इस्लाम और कुरान का सही मतलब नहीं समझते, अब उन्हें सुधारने का समय आ गया है।” राणे का यह बयान नागपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए आया। उन्होंने यह भी कहा कि धर्म की बात करने वाले लोग कभी नहीं बिगड़ते, बल्कि वह हमेशा सुधारने की कोशिश करते हैं। राणे का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब वह पहले भी विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रह चुके हैं। उन्होंने इस्लाम और कुरान को लेकर यह टिप्पणी की, जो अब एक नया विवाद बन गया है।
नितेश राणे ने क्या कहा?
नितेश राणे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, “मैं खुद कभी नहीं बिगड़ा। धर्म की बात करने वाले लोग कभी नहीं बिगड़ते, हम हमेशा सुधरने वाले लोग हैं। जिन्हें इस्लाम के बारे में सही जानकारी नहीं है, उन्हें सुधरने की जरूरत है।” राणे ने यह बात नागपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कही। उनका यह बयान कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि यह सीधे तौर पर धार्मिक मुद्दे पर था। राणे से जब शिवसेना के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस पर भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “शिरसाट की निजी राय है कि शिवसेना को एकजुट होना चाहिए। आप इस विषय पर एकनाथ शिंदे से उनके विचार पूछें।” इस जवाब से यह स्पष्ट है कि राणे ने शिवसेना के मुद्दे पर कोई स्पष्ट स्थिति नहीं बताई।
बुर्का को लेकर कही थी ये बात
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, इस्लाम और कुरान से जुड़े मुद्दे पर राणे का यह बयान पहली बार नहीं है। इससे पहले उन्होंने एक और विवादित मुद्दा उठाया था, जब उन्होंने स्कूलों में परीक्षा देने वाली छात्राओं के बुर्का पहनने पर सवाल उठाया था। उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं के दौरान छात्राओं को बुर्का पहनने की अनुमति नहीं देने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि इससे सुरक्षा और नकल संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। राणे ने स्कूली शिक्षा मंत्री दादा भुसे को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर विचार करने की अपील की थी। उन्होंने यह भी सुझाव दिया था कि अगर छात्राओं को बुर्का पहनने की अनुमति दी जाती है तो परीक्षा केंद्रों पर महिला पुलिस अधिकारी या महिला कर्मचारी नियुक्त किए जाने चाहिए ताकि नकल की समस्या का समाधान हो सके।
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