India News (इंडिया न्यूज), Maharashtra Next CM: महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ये चुनाव परिणाम आने के एक हफ्ते बाद भी महायुति गठबंधन फैसला नहीं कर पाया है। इस बीच दिल्ली में गुरुवार (28 नवंबर) को केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, एकनाथ शिंदे, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस, एनसीपी प्रमुख अजित पवार समेत महायुति की बैठक हुई। जिसके बाद से महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बैठक को अच्छा और सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा कि मुंबई में एक और बैठक होगी, जिसमें यह तय होने की उम्मीद है कि मुख्यमंत्री की भूमिका कौन संभालेगा।
सीएम का फैसला मुंबई में होगा
एकनाथ शिंदे ने कहा कि बैठक अच्छी और सकारात्मक रही। यह पहली बैठक थी, हमने अमित शाह और जेपी नड्डा से चर्चा की। महायुति की एक और बैठक होगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री कौन होगा, इस बारे में फैसला लिया जाएगा। यह बैठक मुंबई में होगी। वहीं बैठक के बाद शिंदे, फडणवीस और पवार देर रात दिल्ली से रवाना हो गए। इससे पहले शिंदे ने कहा कि मैंने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी है कि महायुति के मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई बाधा नहीं है। यह लाडला भाई दिल्ली आ चुका है और ‘लाडला भाई’ मेरे लिए किसी भी अन्य पद से अधिक महत्वपूर्ण है।
दरअसल, शिंदे ने बुधवार (27 नवंबर) को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि मैंने प्रधानमंत्री से कहा है कि अगर मेरी मौजूदगी महाराष्ट्र में सरकार बनाने में कोई बाधा उत्पन्न करती है, तो निर्णय लेने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए। आप जो भी निर्णय लेंगे, वह मुझे स्वीकार्य होगा।
फडणवीस ने क्या कहा?
फडणवीस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे महायुति गठबंधन में कभी भी मतभेद नहीं रहा है। हमने हमेशा सामूहिक रूप से निर्णय लिए हैं। चुनाव से पहले हमने घोषणा की थी कि मुख्यमंत्री पद के बारे में निर्णय नतीजों के बाद सामूहिक रूप से लिया जाएगा। कुछ लोगों को संदेह था, लेकिन एकनाथ शिंदे जी ने आज उन्हें स्पष्ट कर दिया है। हम जल्द ही अपने नेताओं से मिलेंगे और निर्णय को अंतिम रूप देंगे। बता दें कि, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति (बीजेपी- 132, शिवसेना (शिंदे)- 57 और एनसीपी (अजित)- 41 सीटें) ने बंपर जीत हासिल की है। इस तरह से महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीट में से 230 सीटें जीतकर महायुति ने इतिहास रच दिया है। वहीं महा विकास अघाड़ी (शिवसेना (यूबीटी)- 20 सीटें, कांग्रेस- 16 सीटें और एनसीपी (एसपी)- 10 सीटें) ने बेहद ख़राब प्रदर्शन करते हुए 56 सीटें जीती हैं।