India News (इंडिया न्यूज), Maharashtra Politics: विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति को ऐतिहासिक जीत मिली है। चुनाव में भाजपा के 130, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के 57 और अजित पवार की एनसीपी के 41 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी (एमवीए) चुनाव में महायुति की जीत को ईवीएम की जीत बता रहा है। एमवीए की ओर से बार-बार बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की जा रही है। सातारा में सह्याद्री सहकारी शक्कर कारखाना के चुनाव से एमवीए का दावा मजबूत हुआ है। क्योंकि विधानसभा चुनाव में 1.34 लाख वोट पाने वाले भाजपा विधायक को बैलेट से हुए इस चुनाव में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है।
शरद पवार गुट ने भाजपा को हराया
सह्याद्री सहकारी शक्कर कारखाना के त्रिकोणीय चुनाव में शरद पवार गुट से पूर्व विधायक और पूर्व सहकारिता मंत्री बालासाहेब पाटिल एक बार फिर जीतने में सफल रहे हैं। सह्याद्री में सत्तारूढ़ शरद पवार गुट ने भाजपा के मौजूदा विधायक मनोज घोरपड़े और जिला अध्यक्ष धैर्यशील कदम के पैनल को हराकर सभी 21 निदेशक सीटों पर जीत हासिल की। सह्याद्री सहकारी शक्कर कारखाना का कार्य क्षेत्र सातारा जिले के पांच तालुकाओं (कराड, कोरेगांव, सातारा, सांगली जिले के खटाव और कडेगांव) में फैला हुआ है। कुल 32,205 सदस्यों में से 26,081 सदस्यों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर बालासाहेब पाटिल को विजयी घोषित किया।
पाटिल पैनल को मिले 15 हजार से अधिक वोट
इसमें सत्तारूढ़ पाटिल पैनल को 15 हजार से अधिक वोट मिले हैं, जबकि विपक्षी भाजपा विधायक मनोज घोरपड़े और कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एडवोकेट उदयसिंह पाटिल के पैनल को 7,000 से 8,000 वोट मिले हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष धैर्यशील कदम, किसान मोर्चा के प्रदेश महासचिव रामकृष्ण वेताल और कांग्रेस के निवास थोरात के तीसरे पैनल को 2200 से 2300 वोट मिले हैं।
एनसीपी ने हार का लिया बदला
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, कराड उत्तर विधानसभा सीट से भाजपा के मौजूदा विधायक मनोज घोरपड़े ने 134,626 वोट पाकर जीत दर्ज की। उन्होंने शरद पवार की एनसीपी के उम्मीदवार बालासाहेब पाटिल को हराया। तब बालासाहेब को 90,935 वोट मिले थे। बालासाहेब पाटिल ने सह्याद्री सहकारी चीनी कारखाने के चुनाव में घोरपड़े को हराकर उस हार का बदला ले लिया। उन्होंने निदेशक मंडल की सभी 21 सीटों पर विपक्षी उम्मीदवारों को 7,500 से 8,000 वोटों से हराया। बालासाहेब सह्याद्री में अपराजित और अजेय रहे।
शरद पवार गुट की महिला प्रदेश अध्यक्ष ने क्या कहा?
शरद पवार गुट की महिला प्रदेश अध्यक्ष रोहिणी खडसे ने कहा, “चार महीने पहले 50,000 वोटों के अंतर से जीतने वाले भाजपा विधायक सह्याद्री कारखाने के लिए बैलेट पेपर पर हुए चुनाव में बहुत पैसा खर्च करने के बावजूद जीतने वाले उम्मीदवार के आधे वोट भी नहीं पा सके।” शरद पवार गुट की इस जीत के बाद सवाल उठ रहे हैं कि जहां विधानसभा चुनाव में जनता ने महायुती को भारी जीत दिलाई थी, वहीं बैलेट पेपर पर हुए चुनाव में उसे हार का सामना कैसे करना पड़ा। यह सवाल अब हर किसी के मन में उठ रहा है।