India News (इंडिया न्यूज), Mamata Banerjee News: ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आखिरकार अपना दांव चल दिया है। उन्होंने उस कागज पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिसमें पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व राज्यसभा सांसद शांतनु सेन को पार्टी से निकालने की बात कही गई है। शांतनु के साथ पूर्व विधायक अराबुल इस्लाम को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया है। पार्टी उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने शुक्रवार (10 जनवरी, 2025) को बताया कि दोनों नेताओं को कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निलंबित किया गया है। हालांकि यह बात किसी से छिपी नहीं है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी के बीच अंदरूनी खींचतान चल रही है। 

क्या है पूरा मामला?

पेशे से डॉक्टर और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के विश्वासपात्र माने जाने वाले सेन के निलंबन ने अब इस बात की पुष्टि कर दी है। पिछले कुछ दिनों में दोनों गुटों के नेताओं के बयान खुलकर सामने आए थे। ऐसे में सेन को पार्टी से निकालकर ममता ने भतीजे अभिषेक को साफ संदेश दे दिया है कि पार्टी में एक ही बॉस है। पिछले दिनों पार्टी में जिस तरह की बयानबाजी चल रही थी, ममता बनर्जी की इस कार्रवाई के बाद उस पर लगाम लगने की संभावना है। पार्टी ने जिस तरह से अपने दो नेताओं को निलंबित किया है, उससे पता चलता है कि ममता बनर्जी पार्टी में अनुशासन को लेकर कितनी गंभीर हैं। ऐसे में अब अभिषेक बनर्जी गुट के नेताओं को बहुत सावधान रहने की जरूरत है। हो सकता है कि अगली बारी उन्हीं में से किसी की हो।

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सेन ने की थी पुलिस की आलोचना

हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की जांच को लेकर सेन ने पुलिस की आलोचना की थी। पत्रकारों से बातचीत में सेन ने कहा कि निलंबन के बारे में उन्हें अभी तक पार्टी की ओर से कोई सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा, “मुझे वाकई में निलंबन का कारण नहीं पता। मुझे अभी तक पार्टी की ओर से इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। मुझे निलंबन का कोई उचित कारण नहीं मिला। मैं पार्टी का वफादार सिपाही रहा हूं। मैं दूसरों की तरह पार्टी नहीं बदलने वाला हूं और मुश्किल वक्त में पार्टी के साथ खड़ा रहा हूं, जब दूसरे पार्टी से दूर भाग रहे थे।”

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