India News (इंडिया न्यूज)Mamata Banerjee On Murshidabad Violence: वक्फ एक्ट के खिलाफ बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हो रही हिंसा और तनाव के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया है। सोमवार को कालीघाट स्काईवॉक का उद्घाटन करते हुए उन्होंने शांति का संदेश भी दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को अनुमति लेकर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का अधिकार है लेकिन कानून को अपने हाथ में न लें। किसी के उकसावे में न आएं। हमने कई मंदिरों में काम किया है। हर किसी का अपना धर्म है और सबके अपने त्योहार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, जब मैं दूसरे धर्म के कार्यक्रम में जाती हूं तो बहुत कुछ कहा जाता है। धर्म की आड़ में अधर्म का खेल नहीं खेलना चाहिए। धर्म का मतलब शांति, एकता, संस्कृति है। अगर किसी को ठेस पहुंची है तो हम सबके साथ खड़े हैं। बंगाल की धरती शांति की धरती है। नजरुल और रवींद्रनाथ टैगोर दोनों इसी धरती पर पैदा हुए थे।
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तब किया था वादा
कालीघाट स्काईवॉक के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “जब मैंने दक्षिणेश्वर में स्काईवॉक बनवाया था, तब वादा किया था कि कालीघाट स्काईवॉक भी बनवाऊंगी, लेकिन यहां जगह वहां से थोड़ी कम है। स्काईवॉक 435 मीटर लंबा और 10.5 मीटर चौड़ा है। धार्मिक संस्थान और सांस्कृतिक संस्थान करोड़ों लोगों को आकर्षित करते हैं। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा विभिन्न मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों के विकास के लिए किए गए कार्यों की भी चर्चा की।
धर्म का मतलब है प्रेम
मुख्यमंत्री ने कहा, “धर्म सबके लिए है, त्योहार सबके लिए हैं। हम हर जगह जाते हैं। अगर मैं किसी अन्य कार्यक्रम में जाती हूं, तो लोग मेरे खिलाफ लिखते हैं। हमें धर्म के साथ अधर्म का खेल किसी भी हाल में नहीं खेलना चाहिए। धर्म का मतलब है प्रेम। धर्म का वास्तविक अर्थ है शांति। धर्म का असल मतलब है सद्भाव। धर्म ही एकता है। लोगों से प्रेम करने से बड़ा कोई धर्म नहीं हो सकता।
तो हिंसा क्यों, लड़ाई क्यों? Mamata Banerjee On Murshidabad Violence
जब हम जन्म लेते हैं, तो हम अकेले ही जन्म लेते हैं। जब हम जाते हैं, तो अकेले ही जाते हैं। तो फिर हिंसा क्यों, लड़ाई क्यों, अशांति क्यों? याद रखें, अगर आप लोगों से प्यार करते हैं, तो आप सब कुछ जीत सकते हैं। लेकिन, अगर आप खुद को अलग-थलग रखेंगे तो आप किसी को जीत नहीं सकते। ममता ने आगे कहा कि जब किसी को ठेस पहुंचती है, चाहे वह शोषित हो, उपेक्षित हो, वंचित हो, सताया हुआ हो या किसी भी धर्म का हो, हम सबके साथ खड़े हैं।
कानून अपने हाथ में न लें
किसी घटना का जिक्र किए बिना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, मैं सभी से कहूंगी कि सभी को अनुमति लेकर शांतिपूर्वक विरोध करने का अधिकार है, लेकिन कानून अपने हाथ में न लें। चाहे कोई भी हो। कानून तोड़ने वालों की कोई जरूरत नहीं है। जो शांत दिमाग रखता है, वही जीतता है।