India News (इंडिया न्यूज), Manipur Violence: मणिपुर में दो समुदायों के बीच का तनाव खत्म होने का नाम ही नहीं है। जानकारी के अनुसार, आधिकारिक रूप से 258 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच खबर आ रही है कि, मणिपुर के जिरीबाम जिले में बच्चे के सिर में गोली लगी थी। कुकी उग्रवादियों ने तीन साल के बच्चे की आंख भी निकाल ली थी। दरिंदों ने पसलियां तोड़ दी थीं। पिछले हफ्ते मिले छह शवों में से तीन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बर्बरता के सबूत मिले हैं। शवों के कई हिस्सों पर गोलियों के कई निशान हैं। 11 नवंबर को उग्रवादी हमले के बाद से मैतेई समुदाय की तीन महिलाएं और तीन बच्चे लापता थे। पिछले हफ्ते उनके शव जिरीबाम जिले की जिरी नदी और असम के कछार में पास की बराक नदी में मिले थे।
शव मिलने के बाद भड़क उठी हिंसा
शव मिलने के बाद हिंसा भड़क उठी थी। बच्चे की दाहिनी आंख गायब थी। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि तीन साल के चिंगखेंगाम्बा सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसकी दाहिनी आंख गायब थी। उसके सिर में गोली के घाव मिले थे। सीने में फ्रैक्चर और हाथ व शरीर के अन्य हिस्सों पर जख्म के निशान भी थे। असम के कछार जिले के सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएमसीएच) में पोस्टमार्टम किया गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि जब बच्चे का शव मिला, तब वह सड़ने की स्थिति में था। जब तक फोरेंसिक साइंस निदेशालय, गुवाहाटी से विसरा रिपोर्ट नहीं मिल जाती, तब तक मौत के कारणों का पता नहीं चल पाएगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट को पढ़कर सकते में आ जाएंगे आप
रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे की मां एल. हेटोनबी देवी को चार गोलियां मारी गई थीं। दो शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आनी बाकी है। रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे का शव मौत के करीब सात दिन बाद 18 नवंबर को एसएमसीएच लाया गया था। बच्चे की नानी रानी देवी के सिर में भी गोली लगी थी। उन्हें कुल पांच गोलियां लगी थीं। बच्चे का शव उसकी मौत के कम से कम तीन से पांच दिन बाद 17 नवंबर को एसएमसीएच लाया गया था। एक अन्य महिला और दो बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
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