India News (इंडिया न्यूज़), Manipur: मणिपुर में महीनों से हिंसा जारी है। बता दें आज (मंगलवार) मोरेह उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (SDPO) चिंगथम आनंद सीमावर्ती शहर के पूर्वी मैदान में एक नवनिर्मित हेलीपैड का निरीक्षण कर रहे थें। इस दौरान उग्रवादियों ने पुलिस अधिकारी पर हमला कर दिया। जिसके कारण उनकी मौत हो गई। पुलिस द्वारा उग्रवादियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
सीएम बीरेन सिंह का बयान
इस घटना को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि वो अधिकारी की ‘नृशंस हत्या’ से काफी दुखी है। उन्होंने सोशल मीडिया X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि ‘आज सुबह मोरेह पुलिस के ओसी, एसडीपीओ चिंगथम आनंद की निर्मम हत्या से बहुत दुखी हूं। लोगों की सेवा और सुरक्षा के प्रति उनके समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।’ वहीं समाचार एजेंसियों की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि यह घटना मोरेह स्थित संगठनों के सदस्यों द्वारा सीमावर्ती शहर से राज्य बलों को हटाने की मांग के कुछ दिनों बाद घटी है।
उग्रवादियों ने लूटे हथियार
बता दें कि 3 मई को मणिपुर के चुराचांदपुर शहर में हुई पहली झड़प के बाद हिंसा कई दिनों तक जारी रही। यह लड़ाई आदिवासी समूहों द्वारा राज्य के आरक्षण में प्रस्तावित बदलाव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के आह्वान के बाद शुरु हुई। जिसके मुताबिक मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिया गया।
देखते ही देखते यह हिंसा पूरे राज्य में फैल गई। जिसमें करीब 175 लोगों की मौत हो गई। वहीं 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए। वहीं अधिकारियों द्वारा यह भी जानकारी दी गई है कि पुलिस स्टेशनों और शस्त्रागारों से 5,669 प्रकार के हथियार और लगभग 500,000 राउंड गोला-बारूद को भीड़ द्वारा लूट लिया गया है। जिसमें से केवल 1300 हथियार वापस बरामद किए गए हैं।
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