आज मणिपुर सरकार ने राज्य में मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने के तरीके खोजने के लिए एक सर्व-राजनीतिक दल की बैठक बुलाई। बैठक में कांग्रेस, CPI, JD(U), NPF, शिवसेना, TMC, BSP, AAP, MPP, AIFB, MNDF, ABHKP सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और पूर्व मुख्यमंत्री ओ. इबोबी सिंह सहित प्रमुख हितधारकों ने भाग लिया।
बता दें इस बैठक के दौरान, जमीनी स्तर पर शांति लाने के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक शांति समिति बनाने का भी संकल्प लिया गया। समिति हिंसा और संघर्ष के अंतर्निहित कारणों की पहचान करने और समुदायों के बीच शांतिपूर्ण संवाद एवं सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में काम करेगी।
मणिपुर में इस हफ्ते भड़की हिंसा अब धीरे-धीरे शांत हो रही है। राज्य में सेना-असम राइफल्स और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती के बाद से हालात सुधरे हैं। इस बीच मणिपुर सरकार ने हिंसा में जान गंवाने वालों का आधिकारिक आंकड़ा जारी किया है। बताया गया है कि अलग-अलग हिंसा की घटनाओं में 54 लोगों की मौत हुई है। हालांकि, अनाधिकारिक आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा बताया गया है।
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