India News (इंडिया न्यूज़), Mann ki Baat 100 Episode, दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम के 100 वें एपिसोड को संबोधित करते हुए कहा कि अक्टूबर 2014 में विजयादशमी के दिन शुरू हुई ‘मन की बात’ एक “मन की बात” लोगों के लिए अच्छाई और सकारात्मकता का अनोखा त्योहार बन गई है।

  • 2014 में हुई शुरुआत
  • 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित
  • 100 करोड़ लोग जुड़े

पीएम ने कहा कि मन की बात एक ऐसा पर्व बन गया है, जिसका सभी को हर महीने बेसब्री से इंतजार रहता है। पीएम ने कहा, “3 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी पर्व के दिन हम सबने मिलकर ‘मन की बात’ की यात्रा शुरू की। विजयादशमी बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। ‘मन की बात’ भी अनूठी हो गई है। देश के लोगों के लिए अच्छाई और सकारात्मकता का त्योहार। एक ऐसा त्योहार जो हर महीने आता है, जिसका हम सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। हम सकारात्मकता का जश्न मनाते हैं।”

अक्टूबर 2014 को शुरुआत

पीएम ने आगे कहा कि उन्हें लोगों से हजारों पत्र और संदेश मिले और उन्हें पढ़ते हुए “भावनाओं में बह गए”। पीएम मोदी के रेडियो मासिक कार्यक्रम ने आज अपनी 100वीं कड़ी पूरी कर ली जिसका प्रसारण देश भर में सुबह 11 बजे किया गया। 3 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ यह कार्यक्रम महिलाओं, युवाओं और किसानों जैसे कई सामाजिक समूहों को संबोधित करते हुए सरकार के नागरिक-पहुंच कार्यक्रम का एक प्रमुख स्तंभ बन गया है और इसने सामुदायिक कार्रवाई को बढ़ावा दिया है।

11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित

22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा, मन की बात फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित की जाती है। मन की बात का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों द्वारा किया जाता है। लोगों के जीवन पर मन की बात के प्रभाव के संबंध में एक अध्ययन किया गया।

100 करोड़ से अधिक लोग जुड़े

अध्ययन से पता चला है कि 100 करोड़ से अधिक लोग कम से कम एक बार मन की बात से जुड़े हैं, यह सीधे लोगों से बात करता है, जमीनी स्तर के परिवर्तनकर्ताओं और लोगों की उपलब्धियों का जश्न मनाता है और लोगों को सकारात्मक कार्यों के प्रति प्रभावित करता है। कार्यक्रम का दूरदर्शन द्वारा देश भर के राजभवनों में सीधा प्रसारण भी किया गया।

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