Maldives, Male: मालदीव की राजधानी माले में आग लगने की घटना में कई भारतीयों की मौत होने की बात सामने आई है। खबर आ रही है कि विदेशी कामगारों के तंग घरों में लगी आग में 8 भारतीयों समेत कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं। भारतीय उच्चायोग ने भी मालदीव के माले में घटी इस घटना पर दुख जताया है। बता दें कि इन कामगारों का माले की ढाई लाख की आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं। इसमें ज्यादातर बांग्लादेश, भारत, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका से हैं।

भारतीय उच्चायोग ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

मालदीव में हुए इस दर्दनाक हादसे पर दुख जताते हुए भारतीय उच्चायोग ने कहा कि वो मालदीव के उच्चाधिकारियों के संपर्क में हैं और जो भी मदद चाहिए होगी वो करेंगे। उच्चायोग ने इसी के साथ दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। अपने प्रियजन की जानकारी के लिए मालदीव में भारतीय उच्चायोग से संपर्क साधा जा सकता है।

कार गैराज से उत्पन्न हुई थी आग

माले में अधिकारियों ने कहा कि आग में नष्ट हुई एक इमारत की ऊपरी मंजिल से 10 शव बरामद किए गए है। अधिकारियों ने कहा कि आग भूतल कार मरम्मत गैरेज से उत्पन्न हुई थी, जो बाद में कामगारों के घर तक फैल गई। स्थानीय मीडिया ने बताया कि आग को बुझाने में लगभग चार घंटे लगे।

मालदीव में रहते हैं 29000 भारतीय

बताया जा रहा है कि मालदीव में लगभग 29,000 भारतीय रहते हैं। इनमें से ज्यादातर कामगार भी शामिल हैं। मालदीव की राजधानी माले में ही 22,000 भारतीय रहते हैं। इनमें नर्स, शिक्षक, प्रबंधक, डॉक्टर, इंजीनियर, लेखाकार और अन्य पेशेवर शामिल हैं। गौरतलब है कि कोरोना के दौरान विदेशी श्रमिकों के हालात उनकी खराब रहने की स्थिति के चलते और खराब हो गई थी। उस दौरान कोरोना संक्रमण स्थानीय लोगों की तुलना में विदेशी श्रमिकों में तीन गुना तेजी से फैला था।