India News (इंडिया न्यूज), Maulvi Threatened: इराक के प्रमुख शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र ने सरकार से गाजा में इजरायली हमलों के लिए वाशिंगटन के समर्थन के जवाब में बगदाद में अमेरिकी दूतावास को बंद करने का आह्वान कर दिया है। बता दें कि, अल-सद्र ने शुक्रवार को अपने एक बयान में कहा कि, ‘हम इस अनुरोध पर सरकार के जवाब का इंतजार कर रहे हैं साथ ही कहा है कि,’अगर सरकार और संसद (सकारात्मक) प्रतिक्रिया नहीं देते हैं, तो हमारे पास बाद में घोषणा करने के लिए एक और स्थिति रहेगी।’ मुक्तदा अल सद्र इराक में शिया मुसलमानों के सबसे बड़े नेता हैं और उनकी ईरानी धर्म गुरू अयातुल्लाह अली खामेनेई से भी काफी नजदीकियां हैं।

मौलवी ने अमेरिका के खिलाफ किया नरम रुख

जारी एक बयान के अनुसार, मौलवी ने अमेरिकी दूतावास में राजनयिकों और कर्मचारियों की सुरक्षा का आह्वान किया है और सभी इराकियों से व्यक्तिगत रूप से कार्य नहीं करने और न ही हथियारों का उपयोग न करने का आग्रह किया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, अल-सद्र का अनुरोध इजरायल के लिए अमेरिकी समर्थन पर इराकियों के बीच बढ़ते असंतोष के बीच आया है, जो कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले का जवाब देने के लिए गाजा पट्टी में हमला कर रहा है।

अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिलिशिया का हमला

बता दें कि हाल के दिनों में, एक मिलिशिया समूह ने देशभर में अमेरिकी बलों के आवास वाले सैन्य ठिकानों पर रॉकेट और ड्रोन से हमले शुरू करने का दावा किया है। इसके साथ ही समूह ने सीरिया में अमेरिकी सैन्य बलों पर इसी तरह के हमलों की जिम्मेदारी भी लिया है।

हवाई संचालन अबू रुकबेह आतंकी  को मारा गया

इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) और इसकी खुफिया एजेंसी शिन बेट ने शनिवार को एक घोषणा की है कि, आतंकी संगठन हमास का हवाई अभियान प्रमुख मारा गया है। इसके साथ ही आईडीएफ और शिन बेट ने एक संयुक्त बयान में कहा कि, हमास के हवाई संचालन प्रमुख अबू रुकबेह आतंकी संगठन के ड्रोन से संचालन हवाई पहचान प्रणाली और हैंड ग्लाइडर के लिए जिम्मेदार था। जारी बयान में आगे कहा गया कि, मारा गया हमास नेता 7 अक्टूबर के हवाई अभियानों के मार्गदर्शन और क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार था, जिसके लिए हमास के आतंकवादी इजरायल में पहुंचे और हत्याओं को अंजाम दिया था।

ये भी पढ़े-