India News (इंडिया न्यूज), Mehbooba Mufti On Kashmiri Pandits : आर्टिकल 370 के हटने के बाद से जम्मू और कश्मीर में काफी बदलाव देखने को मिला है। जहां आतंकी घटनाओं और पत्थरबाजी से आए दिन कर्फ्यू लगा रहता था, आज वहां चहल-पहल है। इसके अलावा घाटी में राजनीति में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जो पार्टियां अभी तक आर्टिकल 370 हटाए जाने का विरोध कर रही थीं। वो अब कश्मीरी पंडितों के हक में आवाज उठा रहे हैं।

यहां पर हम पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बात कर रहे हैं। उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए बड़े ऐलान किए हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि कश्मीरी पंडितों को राजनीतिक रूप से सशक्त करना जरूरी है। महबूबा ने यह भी मांग की कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कश्मीरी पंडितों के लिए आरक्षण दिया जाए।

कश्मीरी पंडित कश्मीर की आत्मा – महबूबा

श्रीनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बड़ी बात कहते हुए महबूबा ने कहा कि कश्मीरी पंडित कश्मीर की आत्मा हैं। उनके बिना कश्मीर अधूरा है। महबूबा ने आगे कहा कि उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी श्री अमरनाथ जी यात्रा को सुचारू रूप से चलाने में पूरा सहयोग देगी। यह यात्रा जून के अंत में शुरू होने जा रही है।

राज्य की पूर्व सीएम ने आगे कहा कि यह यात्रा कश्मीर की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का हिस्सा है। उनकी पार्टी इसे सफल बनाने के लिए हर कदम उठाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।

कश्मीरी पंडितों को जमीन दी जानी चाहिए – महबूबा

प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूबा ने कश्मीरी पंडितों की वापसी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जो कश्मीरी पंडित परिवार कश्मीर लौटना चाहते हैं, उन्हें उनके जन्मस्थान जिले में जमीन दी जानी चाहिए।

आतंकवाद के कारण 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ना पड़ा था। महबूबा ने कहा कि अब उनके घर लौटने का समय आ गया है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की। ​​महबूबा के इस बयान से कश्मीरी पंडित समुदाय में उम्मीद जगी है।

खीर भवानी मंदिर जाएंगी महबूबा

महबूबा ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि वो मंगलवार तीन जून को खीर भवानी मंदिर जाएंगी। यह मंदिर गंदरबल जिले के तुलमुल्ला में है। वहां खीर भवानी मेला शुरू होने वाला है। महबूबा ने कहा कि वो मंदिर में कश्मीरी पंडितों का स्वागत करेंगी। यह मेला कश्मीरी पंडितों के लिए सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। हर साल हजारों पंडित इस मेले में शामिल होने कश्मीर आते हैं। महबूबा ने कहा कि यह मेला कश्मीरियत का प्रतीक है। यह हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को मजबूत करता है।

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