इंडिया न्यूज(India News), Jammu Kashmir News: पीडीपी चीफ और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और महबूबा मुफ्ती ने सेना पर बेहद ही गंभीर आरोप लगाए हैं। शनिवार, 24 जून को मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, “सेना की 50 आरआर के जवानों की तरफ से पुलवामा की एक मस्जिद में घुसकर मुसलमानों को ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर करने की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। यह तब हुआ जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां मौजूद हैं।”
महबूबा मुफ्ती ने सेना के इस कदम को उकसावे की कार्रवाई बताया है। इसके साथ ही उन्होंने चिनार कोर की कमान संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई से मामले की जांच का अनुरोध किया। पूर्व सीएम मुफ्ती ने आगे लिखा, “ये सब यात्रा से पहले किया गया है। जो कि केवल उकसावे की कार्रवाई है।”
बीजेपी के लिए लेबोरेटरी था जम्मू-कश्मीर– महबूबा मुफ्ती
पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने इससे पहले बीजेपी पर हमला किया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “जम्मू-कश्मीर बीजेपी के लिए एक ‘लेबोरेटरी’ था।” उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी को केंद्र की सत्ता से कैसे बाहर किया जाए इसकी रणनीति बनाने के लिए 15 विपक्षी दल कल पटना में एक मंच पर एक साथ आए।”
विपक्षी दलों की बैठक क्या बोलीं महबूबा मुफ्ती?
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के आवास पर शुक्रवार को हुई विपक्षी दलों की बैठक के लेकर पूर्व सीएम मुफ्ती ने कहा, “वास्तव में, आइडिया ऑफ इंडिया पर हमला किया जा रहा है। ये सबसे ज्यादा स्पष्ट तब था जब उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया और तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित यहां के कई नेताओं को जेल में डाल दिया।”
दिल्ली में लाए गए केंद्रीय अध्यादेश का किया जिक्र
उन्होंने आगे कहा, “जम्मू-कश्मीर एक प्रयोगशाला थी और आज केंद्रीय अध्यादेश के माध्यम से जो हम दिल्ली में देख रहे हैं, वो हमारे राज्य में बहुत पहले शुरू हुआ था। दुर्भाग्य से तब कुछ ही लोगों ने इसे समझा था।” उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “अगर बीजेपी 2024 में सत्ता में लौटती है तो संविधान को रौंद देगी। जैसा कश्मीर में किया वैसा पूरे देश में करेगी।”
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