India News (इंडिया न्यूज),Mehbooba Mufti: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इसको लेकर सदन में भाजपा और कांग्रेस विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। आखिरकार जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष ने वक्फ विधेयक पर प्रस्ताव को खारिज कर दिया। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस पर हमला बोला है।

श्रीनगर स्थित अपने गुपकार आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महबूबा मुफ्ती ने वक्फ के मुद्दे पर अब्दुल्ला सरकार और भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘एक समय मुसलमानों को अपनी पहचान साबित करनी पड़ती थी और अब इस वक्फ विधेयक के बाद मुसलमानों को अपनी कब्र की पहचान साबित करनी पड़ेगी कि उनके पिता या दादा-दादी इस जगह दफन हैं।’ मुफ्ती ने विधानसभा अध्यक्ष पर भी बयान दिया है।

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दुनिया के मुसलमानों को शर्म आनी चाहिए- महबूबा मुफ्ती

पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, ‘मुझे लगता है कि भाजपा का यही मुख्य उद्देश्य है, क्योंकि उनका मानना ​​है कि जब मुसलमानों के लिए कब्रिस्तान नहीं रहेंगे, तो वे धर्म की ‘घर वापसी’ के लिए मजबूर हो जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया यह देखकर भावुक हो जाएगी कि वक्फ बिल लाने वाला मंत्री यहां घूम रहा है, जबकि उमर और फारूक उसके साथ हैं। लोगों ने उन्हें बहुमत से वोट दिया है, लेकिन उन्हें यह देखकर शर्म आनी चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘मुझे ऑपरेशन ब्लू स्टार याद है, जब कश्मीर में इसके खिलाफ हड़ताल हुई थी। मुझे वाकई दुनिया के मुसलमानों पर शर्म आती है, खासकर कश्मीर के मुसलमानों के राजनेताओं पर, जिन्होंने इस तरह के दृश्य बनाए। मैं विधानसभा अध्यक्ष के व्यवहार पर भी हैरान हूं, जिन्होंने इस मुद्दे को न्यायिक क्षेत्राधिकार बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से नरेंद्र मोदी सरकार मुस्लिम विरोधी एजेंडे के आगे झुक गई है।

बहस करने की हिम्मत भी नहीं- महबूबा मुफ़्ती

महबूबा मुफ़्ती ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘यह बहुत निराशाजनक है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर ने वक्फ बिल पर प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस तमिलनाडु सरकार से सीख ले सकती है, जिसने वक्फ बिल का कड़ा विरोध किया है। जम्मू-कश्मीर एकमात्र मुस्लिम बहुल क्षेत्र है और सरकार के अंदर इस मुद्दे पर बहस करने की हिम्मत भी नहीं है। बता दें, लोकसभा और राज्यसभा के से पारित होने के बाद वक्फ बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल चुकी है।

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