India News (इंडिया न्यूज़), Microsoft Outage: पूरी दुनिया के विंडोज़ में एक दिक्कत सभी को परेशान कर रही है। इस बीच भारत में सभी एयरपोर्ट्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। वहीं केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार (19 जुलाई) कहा कि सरकार वैश्विक आउटेज के संबंध में अमेरिकी टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट के साथ संपर्क में है। जिसने दुनिया भर के कई क्षेत्रों को प्रभावित किया है। केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि माइक्रोसॉफ्ट आउटेज का कारण पहचान लिया गया है। इस मुद्दे को हल करने के लिए अपडेट जारी किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि एनआईसी नेटवर्क प्रभावित नहीं है। जो एक अखिल भारतीय संचार नेटवर्क है जो केंद्र और राज्य सरकारों को सेवाएं प्रदान करता है।
CERT ने जारी किए तकनीकी सुझाव
बता दें कि, भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल ने एक तकनीकी परामर्श जारी किया। जिसमें कहा गया कि यह रिपोर्ट की गई है कि क्राउड स्ट्राइक एजेंट फाल्कन सेंसर से संबंधित विंडोज होस्ट्स को हाल ही में प्राप्त अपडेट के कारण आउटेज का सामना करना पड़ रहा है और क्रैश हो रहा है। सुझाव में आगे कहा गया कि संबंधित विंडोज होस्ट्स को फाल्कन सेंसर से संबंधित ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) का सामना करना पड़ रहा है। CERT ने कहा कि क्राउडस्ट्राइक के नवीनतम अपडेट में समस्याएँ आईं और उनकी टीम द्वारा परिवर्तनों को वापस कर दिया गया है।
CERT ने यह भी कहा है कि यदि होस्ट्स अभी भी क्रैश हो रहे हैं और चैनल फ़ाइल परिवर्तनों को प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन रहने में असमर्थ हैं। इस समस्या के लिए निम्न चरणों का उपयोग किया जा सकता है। जैसे विंडोज को सुरक्षित मोड या विंडोज रिकवरी एनवायरनमेंट में बूट करें C:\Windows\System32\drivers\CrowdStrike निर्देशिका पर नेविगेट करें “C-00000291*.sys” से मेल खाने वाली फ़ाइल का पता लगाएँ और उसे हटा दें। साथ ही होस्ट को सामान्य रूप से बूट करें।
माइक्रोसॉफ्ट में क्या आई दिक्कत
बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट और अमेरिकी साइबर सुरक्षा कंपनी क्राउडस्ट्राइक में तकनीकी समस्या के कारण आज दुनिया भर में कई क्षेत्रों की सेवाएँ प्रभावित हुईं। लाखों माइक्रोसॉफ्ट विंडोज उपयोगकर्ता ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ त्रुटि का अनुभव कर रहे थे। जिसके कारण उनके कंप्यूटर बंद हो गए या फिर से चालू हो गए। वहीं Microsoft ने कहा कि प्रारंभिक मूल कारण उसके Azure बैकएंड वर्कलोड के एक हिस्से में कॉन्फ़िगरेशन परिवर्तन था। कंपनी ने कहा कि इसने स्टोरेज और कंप्यूट संसाधनों के बीच रुकावट पैदा की जिसके परिणामस्वरूप कनेक्टिविटी विफलताएँ हुईं। जिसने इन कनेक्शनों पर निर्भर डाउनस्ट्रीम Microsoft 365 सेवाओं को प्रभावित किया।
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