India News (इंडिया न्यूज़),Ministry of Broadcasting: भारत में इन दिनों कई सारी चिजें एक साथ हो रही है और सभी चिजों को नजरअंदाज कर देते है। इसी बारे में अब भारतीय प्रसारण मंत्रालय थोड़ा सख्त होता हुआ नजर आ रहा है। जहां सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने टीवी चैनलों के लिए सख्त परामर्श जारी किया है। मंत्रालय ने चैनलों को देश के दुश्मनों को अपने कार्यक्रमों में न बुलाने की सलाह दी है। इसके साथ हीं मंत्रालय ने कहा कि, जिनके खिलाफ आतंकवाद समेत गंभीर अपराधों के आरोप हैं, या प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े हैं, ऐसे लोगों को मंच प्रदान करने से बचें।
मंत्रालय ने दिया उदाहारण
इसके साथ हीं मंत्रालय ने कहा कि, हाल ही में ऐसे व्यक्ति को एक चैनल पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया था, जिस पर आतंकवाद समेत अपराध के गंभीर मामले दर्ज हैं। वह उस संगठन से संबंधित है, जिस पर भारत में पूरी तरह से पाबंदी है। चर्चा के दौरान उस व्यक्ति ने कई ऐसी टिप्पणियां की, जो देश की संप्रभुता, अखंडता, भारत की सुरक्षा, एक विदेशी राज्य के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिए हानिकारक थी। इससे देश का सांप्रदायिक तानाबाना और सौहार्द बिगड़ने की भी आशंका थी। मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से कहा कि चैनलों को प्रसारित सामग्री को लेकर केबल टेलीविजन नेटवर्क अधिनियम, 1995 के प्रावधानों का पालन करना होगा।
एनआईए की रिपोर्ट
इस बीच, खालिस्तान समर्थकों पर शिकंजा कसते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इसी साल मार्च में अमेरिका के सान फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर हुए हमले के 10 संदिग्ध आरोपियों की तस्वीरें जारी की है। साथ ही इनसे जुड़ी कोई भी जानकारी जांच एजेंसी को मुहैया कराने की अपील की है। हमले के पीछे खालिस्तान समर्थकों का हाथ माना जा रहा है।
ये भी जानिए
(Ministry of Broadcasting)
इसके साथ ही आपको बता दें कि, एनआईए की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, वांछित आरोपियों के संबंध में तीन अलग-अलग नोटिस जारी किए गए हैं। इसमें उनकी पहचान कर सूचना मुहैया कराने का अनुरोध किया गया है, ताकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। एनआईए के मुताबिक, 18-19 मार्च की रात सान फ्रांसिस्को में वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद मामला दर्ज किया गया था। उस दिन कुछ खालिस्तान समर्थकों ने दूतावास में घुसकर इसे जलाने की कोशिश की थी। परिसर में दो तथाकथित खालिस्तानी झंडे भी लगा दिए थे।
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