India News (इंडिया न्यूज़), Aditya L1: स्पेस साइंस में भारत लगातार बुलंदियों को छू रहा है। 23 अगस्त को चंद्रमा के साउथ पोल में चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद पूरी दूनिया में भारत का बखान किया जा रहा है। अब इस कड़ी में इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेंशन ने शनिवार दोपहर को ब्रह्मांड़ में स्थित हमारे तारा सूर्य को ऑब्जर्व करने के लिए अदित्य एल-1 मिशन सफलता पूर्वक लॉन्च किया।
पृथ्वी और सूर्य की दूरी का लगभग 1% ही जा पाएंगा Aditya L1
इसरो ने अदित्य एल-1 ऑब्जर्वर को करीब 12:00 बजे आंध्रप्रदेश के श्री हरिकोटा से लॉन्च किया। इसरो का ये पहला सूर्य मिशन है जो लगभग 125 दिनों की अपनी कठिन यात्रा पर निकला है। अदित्य एल-1 पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर स्थित रहकर सूर्य को निर्देशित करने का काम करेगा। गौरतलब है कि पृथ्वी और सूर्य के बीच स्थित इस पोइंट को L-1 नाम दिया गया है जो पृथ्वी-सूर्य की दूरी का लगभग 1% है।
बता दें कि सूर्य गैस का एक विशाल गोला है जो हर वक्त लावे की तरह फूटता रहता है। आदित्य-एल1 मिशन का उद्देश्य सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेना और ब्रह्मांड़ में बदलते वातावरण पर नजर बनाए रखना है। इससे आने वाले समय में साइंस को जानने में काफी बड़ी मदद मिल सकती है।
“Aditya L1 ने अपनी 125 दिनों की लंबी यात्रा शुरू कर दी”
वहीं मिशन की सफल लॉन्चिंग के बाद मिशन प्रोजेक्ट डायरेक्टर निगार शाजी ने कहा कि ये एक सपने के सच होने जैसा है। मुझे बेहद खुशी है कि आदित्य एल-1 को PSLV द्वारा इंजेक्ट किया गया है। आदित्य एल-1 ने अपनी 125 दिनों की लंबी यात्रा शुरू कर दी है। मैं इस मिशन को संभव बनाने के लिए पूरी टीम को धन्यवाद देना चाहती हूं।
इसके अलावा आदित्य एल1 मिशन के सफल लॉन्चिंग पर केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसे भारत के लिए सबसे सुखद क्षण बताया। उन्होंने कहा, “यह भारत के लिए एक सुखद क्षण है। भारतीय वैज्ञानिक वर्षों से काम कर रहे थे, दिन-रात मेहनत कर रहे थे…आदित्य एल1 का सफल प्रक्षेपण संपूर्ण विज्ञान और संपूर्ण राष्ट्र दृष्टिकोण का भी प्रमाण है जिसे हमने अपनी कार्य संस्कृति में अपनाने की कोशिश की है।”
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