India News (इंडिया न्यूज)Mock Drill: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। पीएम मोदी ने भी मासूमों पर हुए इस बर्बर हमले के बाद कहा था कि दोषियों को कड़ी सजा दी मिलेगी। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े निर्णय भी लिए हैं और इसी क्रम में कल यानी 7 मई को देशभर के 244 रक्षा जिलों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इस मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाला सायरन बजाया जाएगा। यह मॉक ड्रिल यह जानने के लिए की जा रही है कि अगर युद्ध की स्थिति बनती है और हवाई हमला होता है तो क्या करना चाहिए।
मॉक ड्रिल को लेकर देशभर में चर्चा है और लोगों के मन में कई सवाल भी हैं। ऐसे में कल शाम 7 बजे सायरन कैसे बजेगा, क्या होगा नजारा? यहां देखें!
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क्या होता है एयर रेड सायरन
एयर रेड सायरन एक अनोखी तरह की आवाज होती है। यह सायरन तब बजाया जाता है जब आसपास कोई खतरे का अंदेशा होता है। ऐसे खतरों में हवाई हमला, मिसाइल हमला आदि शामिल हैं। आपको बता दें कि कई बार प्राकृतिक आपदा की स्थिति में भी सायरन बजाया जाता है। आमतौर पर यह सायरन 60 सेकंड तक बजता है। इस सायरन को बजाने का मतलब है कि लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने और जरूरी कदम उठाने की जरूरत है।
किस तकनीक का होता है इस्तेमाल
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि भारत में कल होने वाले मॉक ड्रिल के दौरान बजाए जाने वाले युद्ध सायरन के लिए किस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। दुनिया के दूसरे देशों में ऐसे सायरन बजाने के लिए हवा, बिजली और इलेक्ट्रॉनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। कई देशों में एयर सायरन का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एक घूमती हुई डिस्क में मौजूद छेद हवा को रोकते हैं और फिर उसे छोड़ते हैं, इस तरह से एक आवाज निकलती है और सायरन बजता है।
कई देशों में इलेक्ट्रिक सायरन का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें एक मशीन में डायाफ्राम या हॉर्न लगाया जाता है जिससे आवाज निकलती है। इस समय दुनिया भर में कई इलेक्ट्रॉनिक सायरन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है जो डिजिटल साउंड पैदा करते हैं। इनमें स्पीकर लगे होते हैं। कई सायरन रेडियो फ्रीक्वेंसी से भी जुड़े होते हैं।