India News (इंडिया न्यूज), India Oil Tanker Fleet : भारत लगातार ऐसे कदम उठा रही है, जिससे उसे किसी और पर निर्भर न रहना पड़े। अब इसी कड़ी में ऊर्जा सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। भारत सरकार 112 नए क्रूड ऑयल टैंकर खरीदने की योजना बताई है। अभी तक कच्चे तेल की सप्लाई के लिए भारत विदेशी टैंकरों पर निर्भर था। अब इसी निर्भरता को खत्म करने के लिए ये कदम उठाया गया है। इसके पीछे का कारण ये है कि भारत के पास अपनी खुद की ऑयल टैंकर फ्लीट हो, जिसपर कंट्रोल भी भारत का हो और निर्माण भी।
क्यों लिया गया ये फैसला?
बता दें कि कच्चे तेल की सप्लाई के लिए भारत अभी तक विदेशी टैंकरों का इस्तेमाल करता है। इनमें से कई जहाज पुराने और महंगे भी हैं। इससे ना केवल लॉजिस्टिक्स महंगा होता है, बल्कि रणनीतिक नियंत्रण भी भारत के पास नहीं रहता।
इस कदम से ना केवल भारत को लॉजिस्टिक और स्ट्रैटेजिक मजबूती देगा, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक ठोस और बड़ा कदम होगा। अब तेल वहीं से आएगा, लेकिन टैंकर और कंट्रोल, पूरी तरह से देशी होगा।
85,000 करोड़ रुपये की योजना
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत करीब 85,000 करोड़ रुपये (करीब 10 बिलियन डॉलर) में 112 नए कच्चे तेल के टैंकर खरीदेगा। इसे 2040 तक लागू किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत 79 जहाजों की खरीद से होगी, जिनमें से 30 मीडियम रेंज कैरियर होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस महीने के आखिर तक पहला ऑर्डर जारी किया जा सकता है, जिसमें 10 टैंकर की खरीद शामिल होगी। यह इस लॉन्ग टर्म प्लान का पहला हिस्सा होगा।
मेक इन इंडिया को मिलेगा बढ़ावा
भारत सरकार की इस योजना की खास बात यह है कि इन टैंकरों का निर्माण भारत में ही किया जाएगा। अगर किसी विदेशी कंपनी के साथ साझेदारी भी होती है तो शर्त यह है कि निर्माण भारत में ही होना चाहिए। इससे देश के जहाज निर्माण उद्योग को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
आंकड़ों के मुताबिक, हाल के दिनों में भारत के पास जितने भी तेल टैंकर हैं, उनमें से केवल 5 प्रतिशत ही भारत में बने हैं। अब सरकार का लक्ष्य 2030 तक इस आंकड़े को 7 प्रतिशत और 2047 तक 69 प्रतिशत करना है, जो भारत के विकसित राष्ट्र बनने के विजन से जुड़ा है।
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