India News (इंडिया न्यूज़), Monsoon Session: काल (20 जूलाई) से संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने वाला है। मानसून सत्र से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद के  सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में 34 दलों और 44 नेताओं ने भाग लिया। बैठक के बाद सभी पार्टियों में मणिपुर हिंसा पर चर्चा करने में सहमती बनी है। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बैठक के बाद दी। उन्होंने कहा कि मणिपुर पर चर्चा करने के लिए सरकार तैयार है।

गौरतलब है कि भारत का पूर्वात्तर राज्य मणिपुर पिछले 2 महिने से जातिय हिंसा में झूझ रहा है। 3 मई से शुरु हुई इस हिंसा में अब तक 80 से ज्यादा लोग आपनी जान गवा चुके है। वहीं हजारों से ज्यादा घरों और  धर्मिक स्थलों को हिंसा के दौरान आग के हवाले कर दिया गया है।

मॉनसून सत्र में ये होंगे विपक्ष के मु्द्दें

विपक्ष के द्वारा मॉनसून सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों के बारे में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि संसद के आगामी सत्र में मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करना चाहते हैं।  उन्होंने कहा कि विपक्ष की तरफ से दूसरा मुद्दा राज्यपालों और एलजी के माध्यम से लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राज्य सरकारों पर हमला है, दिल्ली अध्यादेश इसका एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि तीसरा मुद्दा क्या महगाई है और अडानी घोटाले पर जेपीसी का मुद्दा भी है। उन्होंने कहा कि  हम वन संरक्षण अधिनियम संशोधन विधेयक और जैविक विविधता अधिनियम में संशोधन का विरोध करेंगे। हम दिल्ली अध्यादेश का विरोध करेंगे।

“ढाई महीने से मणिपुर जल रहा है लेकिन प्रधानमंत्री ने चुप्पी साधी”

वहीं बैठक के बाद कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी पर तंज कसा कि ढाई महीने से मणिपुर जल रहा है लेकिन प्रधानमंत्री ने चुप्पी साधी है। उन्होंने कहा, “कल से सदन भी शुरू होने वाली है, प्रधानमंत्री से गुजारिश है कि अब सदन में आकर बयान दें और हमें भी चर्चा का मौके दें। हम कल स्थगन प्रस्ताव लाना चाहते हैं क्योंकि मणिपुर के हालात दिन पर दिन बदतर होते जा रहे हैं।”

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