India News(इंडिया न्यूज़),MP Appala Naidu: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू की अधिक बच्चे पैदा करने की सलाह के बाद अब पार्टी सांसद कालीसेट्टी अप्पाला नायडू ने बड़ा ऐलान किया है। विजयनगरम से लोकसभा सांसद अप्पाला नायडू ने कहा कि तीसरे बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं को 50 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। इतना ही नहीं अगर बच्चा लड़का हुआ तो महिला को उपहार में गाय भी मिलेगी। सांसद ने स्पष्ट किया कि यह राशि उनके वेतन से दी जाएगी। यह घोषणा शनिवार को विजयनगरम के राजीव स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित एक बैठक में की गई।
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उन्होंने ऐसा ऑफर क्यों दिया?
सांसद का यह ऑफर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। टीडीपी नेता और कार्यकर्ता इसे अपने अकाउंट पर शेयर कर रहे हैं। पार्टी के मुताबिक महिलाएं इस कदम को क्रांतिकारी बता रही हैं। खुद मुख्यमंत्री नायडू ने भी सांसद की इस पहल की तारीफ की है। दरअसल, चंद्रबाबू नायडू पिछले कुछ समय से दक्षिण भारत में घटती जनसंख्या को लेकर चिंता जता रहे हैं। मार्च में दिल्ली दौरे के दौरान उन्होंने कहा था कि दक्षिण भारत की आबादी बूढ़ी हो रही है, जबकि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में युवा आबादी ज्यादा है। उनका मानना है कि अब जनसंख्या नियंत्रण की जगह दीर्घकालिक जनसांख्यिकी प्रबंधन की जरूरत है।
‘महिला कर्मचारियों को प्रसव के समय मातृत्व अवकाश’
उन्होंने कहा, ‘पहले मैं परिवार नियोजन की बात करता था, लेकिन अब मैं जनसंख्या बढ़ाने के बारे में सोच रहा हूं। भारत के पास जनसांख्यिकी लाभांश का सबसे बड़ा लाभ है। अगर हम इसका सही प्रबंधन करें तो भारत और भारतीयों का भविष्य उज्ज्वल होगा।’ इसी सिलसिले में नायडू ने शनिवार को एक और बड़ा ऐलान किया। प्रकाशम जिले के मरकापुर में महिला दिवस पर एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अब राज्य की सभी महिला कर्मचारियों को हर बच्चे के जन्म पर मातृत्व अवकाश मिलेगा, चाहे उनके कितने भी बच्चे हों। पहले यह सुविधा सिर्फ दो बच्चों तक सीमित थी।
‘हमारा उद्देश्य परिवारों को बढ़ावा देना‘
नायडू ने ‘X’ पर लिखा, ‘अब मातृत्व अवकाश पर कोई सीमा नहीं होगी। हमारा उद्देश्य परिवारों को बढ़ावा देना, जनसंख्या को संतुलित करना और महिलाओं को काम और जीवन के बीच संतुलन बनाने में मदद करना है। हम महिलाओं को सशक्त बनाने और आंध्र प्रदेश के भविष्य को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ सांसद और मुख्यमंत्री की इन घोषणाओं ने राज्य में नई बहस छेड़ दी है। लोग इसे जनसंख्या बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम मान रहे हैं, तो कुछ इसे पुरानी सोच की वापसी बता रहे हैं।