India News MP (इंडिया न्यूज़),Bhopal: मध्य प्रदेश के भोपाल के बागउमराव दूल्ला क्षेत्र में नाले के किनारे बोरी में मिली 2 दिन की नवजात का उपचार के दौरान गुरुवार सुबह ही मौत हो गई है। नवजात को जन्म देने वाली की भी पहचान हुई है, वह 17 साल की है और कक्षा 11वीं की छात्रा है।

घर वालो को सौंप दिया गया

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नाबालिग के नजदीकी रिश्तेदार के दुष्कर्म से वह गर्भवती हुई थी, जिसकी वजह से वह स्कूल भी नहीं जा पा रही थी। बदनामी के डर से बचने के लिए नाबालिग की मां अपने माता-पिता के जरिए 1 निजी चिकित्सक से नाबालिग की प्री-मैच्योर डिलीवरी कराई थी। पुलिस ने गर्भपात कराने और बोरी में भरकर नाले के किनारे नवजात को फेंकने वाली महिला को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल कर रही है। बता दें कि महिला आसमा खान नाम की है और वह नर्स है। पहले भी वह नर्स का काम करती थी। पुलिस इस मामले में पुलिस हिरासत में रखी गई नर्स आसमा खान, नाबालिग, उसकी मां नाना-नानी के साथ प्री-मैच्योर डिलीवरी और गर्भपात कराने वाले डॉक्टर को भी आरोपी बनाने जा रही है। आपको बता दें कि आज देर शाम तक सभी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया जाएगा। वहीं नवजात का पोस्टमार्टम के बाद शव नाबालिग के घर वालो को सौंप दिया गया है।

प्री-मैच्योर डिलीवरी थी

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आरोपी महिला ऐशबाग क्षेत्र में स्थित बाग उमराव दूल्हा में रेलवे ट्रैक के पास नवजात बच्ची को बोरी में रखकर छोड़ गई थी। बुधवार सुबह उस इलाके से जा रहे राहगीरों ने जब नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनी तो वे हतप्रभ रह गए। उन्होंने पास में देखा तो उन्हें 1 पीले रंग की बोरी दिखी। जब उस बोरी को खोला , तो उसमें नवजात बच्ची रोती हुई दिखी । बच्ची के शरीर पर 1 कपड़ा तक नहीं था। यहां तक कि बच्ची की गर्भनाल भी नहीं कटी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्ची को बरामद किया और उसे लेकर कमला नेहरू अस्पताल में एडमिट कराया, जहां उपचार के दौरान गुरुवार सुबह ही नवजात की मृत्यु हो गई है। चिकित्सकों ने कहा कि प्री-मैच्योर डिलीवरी थी।

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