India News ( इंडिया न्यूज़ ), Mulayam Singh Yadav Birthday: उत्तर प्रदेश के राजनैतिक इतिहास बिना मुलायम सिंह यादव के अधूरपी है। पिछले साल उनका 82 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था और वे अपने जन्मदिन की 83 वीं सालगिरह नहीं मना सके थे जो 22 नवंबर को है। आज मुलायम यादव के जन्म का 84वां सालगिरह है। मुलायम सिंह यादव का उत्तर प्रदेश की ही नहीं लंबे समय तक देश की राजनीति को भी काफी प्रभावित किया था। उनकी बनाई गई समाजवादी पार्टी में उनका बहुत ही रुतबा हुआ करता था। जिसके कारण उनके समर्थन उन्हें ससम्मान से नेताजी कहा करते थे।

पहलवानी से राजनीति का सफर

बता दें कि, मुलायम सिंह यादव के पिता उन्हें पहलवान बनाना चाहते थे, जिसके बाद वह पहलवानी सीखी और वे पहलवानी के प्रतियोगिताओं में हिस्सा भी लेते थे। पहलवानी से ही उनके राजनीति में जाने का रास्ता खुला। एक कुश्ती के दौरान उनकी मुलाकात तत्कालीन विधायक नत्थू सिंह यादव के बीच घनिष्ठता हो गई और नत्थू सिंह ने अपनी ही सीट से जसवंतनगर से मुलायम को चुनाव भी लड़ा दिया। इस चुनाव में मुलायम सिंह की जिंदगी बदल दी।

19 महीनों तक जेल में भी रहे मुलायम

राजनीति में मुलायम सिंह यादव ने राम मनोहर लोहिया और राज नारायण जैसे कई बड़े नेताओं की छत्रछाया में राजनीति की और पनपे। पहली बार 1967 में वे उत्तर प्रदेश की विधानसभा के सदस्य बने जहां उन्होंने आठ बार सदस्यता हासिल की। आपातकाल में मुलायम ने 19 महीनों तक जेल में भी रहे थे।

मुलायम सिंह के रहे ये महत्वपुर्ण वर्ष

मुलायम सिंह यादव साल 1977 में राज्यमंत्री बने थे और 1980 में वे उत्तर प्रदेश में लोकदल के अध्यक्ष भी बने थे। जो 1982 में जनता दल का हिस्सा बन गया था। वर्ष 1982 में मुलायम सिंह उत्तर प्रदेश विधानसभा के विपक्ष के नेता बन गए। 1985 में लोकदल के टूटने पर उन्होंने क्रांतिकारी मोर्चा पार्टी बनाई। यह वह दौर था जब वे समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, किसानों के खैरख्वाह के तौर पर मशहूर हुए। राम मंदिर आंदोलन में तो उन्होंने मुस्लिमों को भी अपने साथ जोड़ने में काफी सफलता पाई थी।

सात बार सांसद रह चुके मुलायम सिंह यादव

बता दें कि, साल 2003 में एक बार फिर उन्हें सरकार में आने का मौका मिला जब वह बीजेपी और बसपा गठबंधन टूटा और कुछ बसपा विधायकों को अपने साथ मिलाकर मुलायम सिंह यादव ने सरकार बना ली। लेकिन इसके अलावा भी वे सात बार उत्तर प्रदेश से सांसद भी रहे और 1996 में देश के रक्षामंत्री का भी पद संभला है। बॉलीवुड की फेमस कोरियोग्राफर सरोज आज भले ही हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें हमेशा ही फैंस और स्टार्स के दिलों में जिंदा रहेगी।

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