India News (इंडिया न्यूज), Tahawwur Rana NIA Investigation : कोर्ट से 18 दिन की हिरासत मिलने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा से पूछताछ शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एजेंसी राणा का वॉयस सैंपल और हैंडराइटिंग सैंपल लेने की तैयारी कर रही है, ताकि यह साबित हो सके कि फोन पर बात करने वाला शख्स वही था।
इसके अलावा जरूरत पड़ने पर राणा का वैज्ञानिक परीक्षण भी किया जा सकता है। इस परीक्षण से एजेंसी की जांच को मजबूती मिलेगी। वहीं अगर राणा वॉयस सैंपल देने से इनकार करता है तो एनआईए इसके लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सकती है।
वैसे तो वॉयस सैंपल आरोपी की सहमति से ही लिया जाता है, लेकिन अगर वह ऐसा करने से इनकार करता है तो एजेंसी कोर्ट से कह सकती है कि जांच के लिए यह सैंपल जरूरी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एनआईए मुख्यालय में ही राणा का वॉयस सैंपल लिया जा सकता है, जिसके लिए गृह मंत्रालय की सीएफएसएल के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।
‘याद नहीं’ और ‘पता नहीं’, जांच में राणा के गोलमाल जवाब
ऐसी भी खबरें हैं कि तहव्वुर राणा से शुरुआती दौर की पूछताछ में अधिकारी संतोषजनक जानकारी हासिल नहीं कर पाए हैं। एनआईए को उसकी हिरासत मिलने के बाद उससे तीन घंटे तक पूछताछ की गई, जिसमें वह ‘याद नहीं’ और ‘पता नहीं’ जैसे जवाब देता रहा।
एनआईए ने क्या सवाल पूछे?
शुरुआती जांच में अधिकारियों ने राणा से उसके परिवार, दोस्तों और संपर्कों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की, लेकिन वह टालमटोल करता रहा। एजेंसियों का मानना है कि राणा जानबूझकर सहयोग नहीं कर रहा है और समय को खींचने की कोशिश कर रहा है। राणा भारत की जांच एजेंसियों के लिए एक अहम कड़ी है, क्योंकि माना जाता है कि वह पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआई के साथ मिलकर मुंबई हमलों की साजिश में शामिल था।
कोर्ट ने 18 दिन की हिरासत में भेजा
आपको बता दें कि पटियाला हाउस स्थित एनआईए की विशेष अदालत ने राणा को 18 दिन की हिरासत में भेज दिया है। एनआईए अब राणा से 2008 के मुंबई हमलों की साजिश के बारे में विस्तार से पूछताछ करेगी, जिसमें 166 लोग मारे गए थे और 238 से अधिक घायल हुए थे।