India News (इंडिया न्यूज),Murshidabad violence: पश्चिम बंगाल में बीजेपी के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने गुरुवार को एक ऐसा विवादित बयान दिया है, जिसके बाद बीजेपी विपक्ष के निशाने पर आ गई है। दिलीप घोष ने हिंदुओं को अपने घरों में हथियार रखने की सलाह दी है। वरिष्ठ बीजेपी नेता ने यह सलाह ऐसे समय दी है, जब हाल ही में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ बिल के विरोध को लेकर हिंसा भड़क गई थी। विपक्षी दलों ने दिलीप घोष के इस बयान की आलोचना की है और इसे सांप्रदायिक तनाव भड़काने वाला बताया है।

दरअसल, गुरुवार को उत्तर 24 परगना जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता दिलीप घोष ने हिंदुओं से हथियार रखने का आह्वान किया है। घोष ने हिंदुओं की आलोचना करते हुए कहा कि वे टेलीविजन सेट, रेफ्रिजरेटर और फर्नीचर जैसी विलासिता की चीजों पर खर्च करते हैं, जबकि आत्मरक्षा के लिए घर में हथियार रखना भूल जाते हैं।

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“पुलिस आपको नहीं बचाएगी”

दिलीप घोष ने कहा, “जब भी कुछ होता है, वे पुलिस को बुलाते रहते हैं। पुलिस आपको नहीं बचाएगी।” बीजेपी नेता ने कहा, “दस साल पहले, लोगों को नहीं मालूम था कि रामनवमी जुलूस क्या होता है। आज हर क्षेत्र में ऐसे जुलूस निकाले जा रहे हैं क्योंकि हिंदुओं को एहसास हो गया है कि उन्हें एकजुट होने की आवश्यकता है। यहां तक ​​कि भगवान भी कमजोरों के साथ नहीं खड़े होते हैं।”

दिलीप घोष के बयान पर टीएमसी भड़की

इस बयान से न केवल विपक्ष नाराज है, बल्कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भी इसे “भड़काऊ” करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। घोष की टिप्पणियों वाला वायरल वीडियो आलोचना का केंद्र बन गया है, हालाँकि इसकी प्रामाणिकता सत्यापित नहीं हुई है।

“ऐसे बयान हिंसा भड़का सकते हैं”

मुर्शिदाबाद से टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने भाजपा नेता दिलीप घोष के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और घोष पर इस बयान के जरिए सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप लगाया। कबीर ने कहा कि घोष की टिप्पणियां हिंसा भड़का सकती हैं और सांस्कृतिक और सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिसके लिए पश्चिम बंगाल जाना जाता है।

टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने कहा, “अगर एक व्यक्ति दूसरे पर हमला करता है, तो जवाबी कार्रवाई होगी। ये भाजपा नेता हिंदुओं को भड़काने और पश्चिम बंगाल की सद्भावना और संस्कृति को बाधित करने के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।”

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