India News (इंडिया न्यूज)Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ हिंसा जारी है। इसके बाद अब हालात पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तारियों की कुल संख्या 200 को पार कर गई है, सोमवार को राज्य के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
भांगड़, मिनाखा, संदेशखली और ढाका से आईएसएफ कार्यकर्ता और स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन के लिए रामलीला मैदान जा रहे थे। रोके जाने पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को घेर लिया। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी।
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अशांत क्षेत्रों में रूट मार्च
राज्य पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने पुष्टि की है कि इस मामले में गिरफ्तारियां 200 से अधिक हो गई हैं। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद और मालदा जिलों में अशांत क्षेत्रों में स्थिति अब सामान्य है। उन्होंने आगे कहा, ‘अशांत क्षेत्रों में लगातार रूट मार्च किया जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। दुकानें और प्रतिष्ठान दुबारा फिर से खुलने लगे हैं।
कई जगहों पर इंटरनेट बंद
जावेद शमीम ने आगे कहा कि दूसरे राज्यों के कुछ निहित स्वार्थी तत्व स्थिति के बारे में अफवाह फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए फिलहाल कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विस्थापित लोगों की घर वापसी सुनिश्चित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अब तक कुल 19 परिवार अपने घर वापिस लौट चुके हैं।
दक्षिण 24 परगना में हिंसा?
इस बीच, पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के अल्पसंख्यक बहुल भांगर विधानसभा क्षेत्र में सोमवार दोपहर को तनाव व्याप्त हो गया। कोलकाता में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन स्थल पर जाने से रोके जाने पर पुलिस और भांगड़ के अखिल भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा (एआईएसएफ) समर्थकों के बीच झड़प हो गई।