India News (इंडिया न्यूज)Murshidabad Violence: मुर्शिदाबाद में वक्फ के खिलाफ हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। जंगीपुर, सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जाफराबाद में प्रदर्शनकारियों का तांडव जारी है। इस बीच, अशांत मुर्शिदाबाद में एक पिता और पुत्र की ‘हत्या’ कर दी गई। मृतक पिता-पुत्र के नाम हरगोविंद दास (74) और चंदन दास (40) बतया जा रहा है। घर के अंदर से खून से लथपथ दोनों शव बरामद किए गए।
अपराधियों पर धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या करने का आरोप है। यह घटना शनिवार को शमशेरगंज में हुई। घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया है। वहीं, इलाके में तनातनी का माहौल बन गया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, उस दिन शमशेरगंज में मृतकों के घर पर बदमाशों के एक समूह ने हमला किया। समूह ने लूटपाट के उद्देश्य से तोड़फोड़ शुरू कर दी। उस समय जब पिता-पुत्र ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो कथित तौर पर उनकी हत्या कर दी गई। शवों को फरक्का अस्पताल ले जाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि उनके शरीर पर चोट के निशान हैं। इस बीच, परिवार ने शिकायत की कि बार-बार पुलिस को फोन करने के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो सका। खबर मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है और सभी पहलुओं की जांच कर रहा है।
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ममता बनर्जी पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए: अमित मालवीय
भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि कल रात ममता बनर्जी के हत्यारे मुस्लिम गुंडों ने धूलियान, शमशेर गंज, जाफराबाद में पिता-पुत्र हरगोविंद दास और चंदन दास की हत्या कर दी।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के हाथों पर इन निर्दोष हिंदुओं और कई अन्य लोगों का खून है, जिन्होंने अपनी जान और आजीविका खो दी है। इन आपराधिक कृत्यों के लिए उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
सुकांत मजूमदार ने ममता से पूछे सवाल
बंगाल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को लेकर सीएम ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुर्शिदाबाद के विभिन्न इलाकों में कट्टरपंथियों द्वारा निर्दोषों पर किए गए क्रूर अत्याचार के बाद भी आपकी लंबी चुप्पी ने पश्चिम बंगाल के हर बंगाली के दिल में डर पैदा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह आपने पिछले दिनों सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान लगातार भड़काऊ टिप्पणियों से अल्पसंख्यक समुदाय को गुमराह किया और आंदोलन को पूरी तरह से हिंसा में बदल दिया, उसी तरह आप एक बार फिर ‘आग में घी डालने’ का काम कर रही हैं। इसलिए, विपक्ष के खिलाफ आपके द्वारा लगाए गए उकसावे के आरोप यहां सही नहीं हैं! इसके विपरीत, पश्चिम बंगाल के बंगालियों के बीच इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि यह अराजकता पूरी तरह से आपके इशारे पर हुई है।
सुकांत ने सीएम ममता से इस्तीफे की मांग की
उन्होंने आगे कहा कि सीएए के विरोध के दौरान भी आपने अल्पसंख्यक समुदाय को गुमराह किया और आंदोलन को हिंसक बना दिया। यद्यपि राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी तबाही हुई, लेकिन आपने अपने निर्देशन में पुलिस बल को पंगु बना दिया। इस बार भी आप राज्य में अशांति और अराजकता पैदा करने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय को उसी तरह गुमराह कर रहे हैं, जिसका परिणाम मुर्शिदाबाद, नदिया और दक्षिण 24 परगना में स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि किसी भी केंद्रीय कानून का विरोध करना संविधान और देश की संप्रभुता का पूर्ण अनादर करने के समान है, लेकिन एक राज्य के प्रशासनिक प्रमुख के रूप में भारत के संविधान को बनाए रखने की शपथ लेने के बावजूद, आपने इस तरह के अवैध और स्पष्ट रूप से असंवैधानिक कार्यों में लिप्त होने का साहस किया है। अब आपको मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है!