India News ( इंडिया न्यूज़ ) NASA has discovered : हाल ही में नासा ( NASA ) ने चंद्रमा के शेकलटन क्रेटर में एक सबसे गहरी जगह की खोज की है। बता दें, इस क्रेटर की अधिकतम गहराई 820 मीटर है, जो दुबई के बुर्ज खलीफा इमारत से भी दोगुनी है। इस गड्ढे की खोज नासा के लूनर रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर कैमरे ने की है। इस तस्वीर को पाने के लिए वैज्ञानिकों को कई कैमरों से मिली तस्वीरों को एकसाथ जोड़कर एक बड़ा मानचित्र बनाना पड़ा। जो सबको अच्छे से दिखे। बता दें, ये कैमरे शैडोकैम नाम की एक डिवाइस से भी जुड़े हुए हैं, जिसे कोरिया एयरोस्पेस रिसर्च इंस्टीट्यूट के कोरिया पाथफाइंडर लूनर ऑर्बिटर पर लगाया गया है।
नासा ने बताई ये अहम बातें
नासा ने तस्वीरें शेयर कर बताया है कि यह स्थान स्थायी रूप से अंधेर में डूबा हुआ है। जहां बस चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास शेकलटन क्रेटर का आंतरिक भाह इस आश्चर्यजनक मोजेक में दिखाई दे रहा है। वहीं, क्रेटर को शैडोकैम ने कैप्चर किया था, जो नासा का एक उपकरण है, लेकिन इसे दक्षिण कोरियाई लूनर ऑर्बिटर पर लगाया गया है। इसे चंद्रमा की सतह के छायादार हिस्सों को देखने के लिए डिजाइन किया गया है। कोरियाई अंतरिक्ष यान डैनुरी पर लही हुई यह डिवाइस पिछले एक साल से चंद्रमा का चक्कर लगा रही है।
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