India News (इंडिया न्यूज), Waqf Amendment Bill : मोदी सरकार ने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित करवा लिया है। आज गुरुवार 3 अप्रैल को राज्यसभा में इस पर वोटिंग होनी है। इस पर फिलहाल चर्चा चल रही है। लेकिन इस बीच ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल बड़ा दांव खेलती नजर आ रही है। दरअसल, नवीन पटनायक की पार्टी ने जानकारी दी है कि आज राज्यसभा में वोटिंग के लिए उनके सांसदों के लिए कोई व्हिप जारी नहीं किया गया है। इसके बाद विपक्ष की टेंशन बढ़ गई है।
बीजेडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उनकी पार्टी के सांसद अपनी मर्जी से वोट कर सकते हैं। इसमें कोई पार्टी लाइन नहीं है, जिसका पालन करना जरूरी है। लेकिन इसके कुछ देर बाद ही बीजेडी सांसद ने राज्यसभा में चर्चा के दौरान वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया।
बीजेडी किसके साथ है?
बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, बीजेडी ने हमेशा धर्मनिरपेक्षता और समावेशिता के सिद्धांतों को बनाए रखा है, सभी समुदायों के अधिकारों को सुनिश्चित किया है। हम अल्पसंख्यक समुदायों के विभिन्न वर्गों द्वारा वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 के संबंध में व्यक्त की गई विविध भावनाओं का गहराई से सम्मान करते हैं। हमारी पार्टी ने इन विचारों पर सावधानीपूर्वक विचार करते हुए राज्यसभा में अपने माननीय सदस्यों को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि वे न्याय, सद्भाव और सभी समुदायों के अधिकारों के सर्वोत्तम हित में अपने विवेक का प्रयोग करें, यदि विधेयक मतदान के लिए आता है, तो कोई पार्टी व्हिप नहीं है।
राज्यसभा का गणित क्या है?
राज्यसभा में 245 सांसद हो सकते हैं लेकिन वर्तमान में सदन के अंदर केवल 236 सांसद हैं और 9 सीटें खाली हैं। इसके अलावा कुल 12 सांसदों को नामित किया जा सकता है और उनकी संख्या वर्तमान में 6 है। बिल को पारित कराने के लिए सरकार को कुल 119 सांसदों की जरूरत है। वर्तमान में, यदि आंकड़ों पर विश्वास किया जाए, तो एनडीए के पास अभी भी बहुमत है। भाजपा के पास 98 सांसद हैं और जेडीयू के पास 4, टीडीपी के पास दो और एनसीपी के पास 3 हैं, इसके अलावा गठबंधन के 10 सांसद और पार्टियों के एक-एक सांसद हैं।
वहीं, बीजू जनता दल के पास राज्यसभा में 7 सांसद हैं। बीजेडी के इस रुख ने एनडीए की राह आसान कर दी है। वहीं, विपक्ष की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बिल की असली परीक्षा राज्यसभा में होगी, क्योंकि राज्यसभा में एनडीए का बहुमत जरूरी संख्या पर स्थिर है।
वक्फ बोर्ड के पास बेशुमार दौलत, पर फिर भी बदहाली, भारत के गरीब मुसलमानों की संख्या उड़ा देगी होश
‘नई सरकार बनते ही…’, वक्फ बिल पर ये क्या बोल गईं ममता बनर्जी, जो कहा सुन गुस्से से लाल हो जाएगी BJP!