India News, (इंडिया न्यूज), Nepal Plane Crash: नेपाल यति एयरलाइंस क्रैश का दर्द अब भी झेल रहा है। साल 2023 के शुरुआत में ही नेपाल में यह 30 सालों का सबसे बड़ा विमान हादसा हुआ था। इस हादसे में प्लेन में सवाल 72 यात्रियों की जान चली गई थी। अब इस हादसे की वजह का खुलासा हुआ है। जिसके बारे में जानकर आप दंग रह जाएंगे। रिपोर्ट की मानें तो मानवीय भूल और जागरूकता की कमी के कारण यह हादसा हुआ था। गुरुवार को सरकार द्वारा नियुक्त जांच पैनल की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

गलती की सजा मौत

रिपोर्ट में सुझाव दिया गया कि पायलटों ने गलती से बिजली काट दी जिससे वायुगतिकीय रुकावट हुई और बाद में दुर्घटना हुई। यह दुर्घटना 15 जनवरी को पर्यटक शहर पोखरा में उतरने से ठीक पहले हुई। जो तीन दशकों में नेपाल की सबसे खराब हवाई दुर्घटनाओं में से एक थी। जहाज पर सवार 72 व्यक्तियों में दो शिशु, चार चालक दल के सदस्य और 15 विदेशी नागरिक थे, जिनमें से कोई भी जीवित नहीं बचा। दुर्घटना पीड़ितों में पांच भारतीय नागरिक भी शामिल थे।

वैमानिकी इंजीनियर और जांच पैनल के सदस्य दीपक प्रसाद बस्तोला की मानें तो पायलटों ने गलती से फ्लैप लीवर का चयन करने के बजाय पावर को नियंत्रित करने वाले कंडीशन लीवर को फेदरिंग स्थिति में रख दिया।

बस्तोला ने खबर एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इसके कारण इंजन “निष्क्रिय चलने लगा और जोर पैदा नहीं करने लगा”। “लेकिन अपनी गति के कारण, विमान जमीन पर गिरने से पहले 49 सेकंड तक उड़ान भरता रहा।”  उन्होंने कहा, “तकनीकी रूप से, विमान ठीक था लेकिन ऐसा लगता है कि गलत मानवीय इनपुट के कारण यह रुका और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।”

लैंडिंग से कुछ ही सेकंड पहले हादसा

15 जनवरी को कासकी जिले के पोखरा में पुराने एयरपोर्ट और पोखरा एयरपोर्ट के बीच ये दर्दनाक हादसा हुआ। विमान  काठमांडू से पोखरा जाने के लिए उड़ान भरी थी। पोखरा एयरपोर्ट पर लैंडिंग होने से महज 10 सेकेंड पहले विमान पहाड़ी से टकरा गया। इसके बाद प्लेन में आग लग गई। बाद में प्लेन खाई में जा गिरा।

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