India news New Hindutva card of Congress in Madhya Pradesh: साल के अंत में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव है, सभी राजनीतिक दल जनता के लुभाने के साथ-साथ साधु-संत का भी सहारा ले रहे है। भारतीय जनता पार्टी के बाद अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ बाबा बागेश्वर की रामकथा की यजमानी करेंगे”हांल ही में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बजरंगबली के मुद्दे पर कर्नाटक में मिली जीत के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति की परिभाषा बदल चुकी है। आपको बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने वादा किया था की सरकार बनने के बाद सभी स्थानों पर बजरंगबली के मंदिर का निर्माण किया जाएगा। बताया जा रहा है कि कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा में 3 दिनों तक बाबा बागेश्वर की रामकथा का आयोजन किया जा रहा है जिसमे पुर्व मुख्यमंत्री परिवार के साथ भाग लेंने वाले है।

कर्नाटक की जीत से मध्य प्रदेश पर भी असर

बदलते समय में कांग्रेस भी हिन्दुत्व का प्रयोग करने लगी है, जो भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख चुनावी हथियार है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस कार्यालय में ‘जय श्रीराम’ के नारे लगते दिखाई दिए और सुंदरकांड भी होता दिखाई दिया। बता दें कि 2023 के अंत में मध्य प्रदेश के साथ-साथ पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जहां कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच कांटे की टक्कर है। छिंदवाडा में श्रीराम कथा 5 अगस्त से 7अगस्त तक  होगा। कमलनाथ के बेटे सांसद नकुलनाथ भी इस कथा के यजमान है। कमलनाथ छिंदवाडा लोकसभा सीट से कई बार सांसद रहे है और वर्तमान में उनके बेटे वहां से लोकसभा के सदस्य है। 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में भी छिंदवाड़ा में कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज किया था। कमलनाथ पहले भी कई बार बाबा बागेश्वर की रामकथा में भाग ले चुके हैं। पूरा शहर होर्डिंग बैनर से पटा हुआ है। कमलनाथ मध्य प्रदेश की जनता के नजर में अपनी हिंदुत्व छवि बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।