India News (इंडिया न्यूज़), New Parliament Inauguration, नई दिल्ली:देश को नया संसद भवन मिल चुका है। पीएम मोदी ने पूरे विधि-विधान से इसका शुभारंभ किया। नए भवन में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। विपक्ष ने इस समारोह का वहिष्कार किया है। इस कार्यक्रम में विपक्ष के बहुत कम नेता दिखें। ऐसे में इसे लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आय है गहलोत का कहना है कि प्रधानमंत्री द्वारा नए संसद भवन उद्घाटन किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है “प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन (नया संसद भवन) किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण मानता हूं। ऐसी संस्थाओं में संवैधानिक मुखिया की भूमिका होती है। हमने राजस्थान विधानसभा के उद्घाटन में राष्ट्रपति को बुलाया था… राजस्थान में कर्नाटक जैसी स्थिति बनने वाली है। हम 156 सीटों की उम्मीद कर रहे हैं।”

बता दें इससे पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था किनए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए था क्योंकि राष्ट्रपति संविधान प्रमुख हैं। भाजपा ने ऐसा न करके न सिर्फ राष्ट्रपति का अपमान किया है बल्कि संविधान का भी अपमान किया है। भाजपा ने साबित कर दिया कि वे दलित विरोधी और पिछड़ा विरोधी मानसिकता की है।

ये भी पढ़ें – New Parliament Inauguration: नए संसद भवन के उद्घाटन पर विपक्ष में हंगामा, जानें किसने क्या कहा?