Mundra Port Heroin Seizure Case: NIA ने आज सोमवार को गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से करीब तीन हजार किलोग्राम हेरोइन बरामद मामले में दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है। एनआईए ने इसे लेकर कहा कि ये हेरोइन अफगानिस्तान से बंदर अब्बास, ईरान के जरिए भेजी गई थी।
NIA ने बताया कि जांच के दौरान ये पाया गया कि भारत में अफगानिस्तान से इंटरनेशनल व्यापार मार्गों के जरिए हेरोइन की अवैध खेप की तस्करी एक संगठित आपराधिक साजिश है। एनआईए की जांच के मुताबिक हेरोइन की बिक्री से मिलने वाला पैसा आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के गुर्गों को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए दिया गया था।
जानें NIA ने चार्जशीट में क्या कहा?
एनआईए ने बताया कि व्हाइट क्लब, आरएसवीपी और जज़्बा समेत राजधानी दिल्ली में लोकप्रिय नाइट क्लबों के मालिक हरप्रीत सिंह उर्फ कबीर तलवार को पिछले साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था। वह भारत में अफगान हेरोइन की तस्करी के लिए दुबई में कमर्शियल ट्रेड रूट का गलत इस्तेमाल करने के लिए गया था। तस्करी के लिए वह अपनी कंपनियों का इस्तेमाल कर रहा था।
चार्जशीट में इन लोगों के नाम शामिल
आज सोमवार को NIA ने अपनी चार्जशीट में अहमदाबाद की एक विशेष कोर्ट के समक्ष पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर स्थित ऑपरेटिव मोहम्मद इकबाल अवान, तलवार और दुबई स्थित वित्येश कोसर उर्फ राजू दुबई समेत 22 लोगों और कंपनियों के खिलाफ अपना आरोप पत्र दायर किया है।
2021 में पकड़ी थी अफगान हेरोइन की खेप
इस मामले में एनआईए ने पिछले साल 14 मार्च को कुल 16 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। जिसके बाद 29 अगस्त को 9 आरोपियों के खिलाफ पहली सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी। वहीं मुंद्रा बंदरगाह पर साल 2021 में 13 सितंबर को 2,988 किलोग्राम अफगान हेरोइन की खेप जब्त की थी।
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